शोएब अख्तर ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को लगाई लताड़
नई दिल्ली। पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने मैच फिक्सिंग में खुद को शामिल करने वाले लोगों के खिलाफ गंभीर कार्रवाई नहीं करने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को लताड़ लगाई है।
उन्होंने यह भी पूछा कि देश मैच फिक्सिंग को आपराधिक बनाने के लिए कानून क्यों नहीं लाता है। अख्तर की यह टिप्पणी उमर अकमल को मैच फिक्सिंग की रिपोर्ट नहीं करने के लिए तीन साल का प्रतिबंध दिए जाने के एक दिन बाद आई है।
अख्तर ने अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किए गए वीडियो में कहा, “आप पाकिस्तान में मैच फिक्सिंग को आपराधिक श्रेणी में क्यों नहीं डालते? आप दोषियों को जेल भेज सकते हैं या अपराधियों की संपत्ति जब्त कर सकते हैं, इससे लोगों में डर पैदा होगा, पीसीबी और उनकी कानूनी टीम अक्षम हो रही है, क्योंकि मैच फिक्सिंग के लिए कोई कानून नहीं है।”
उन्होंने कहा कि अब ऐसे लोग हैं जो पीसीबी को मैच फिक्सिंग के अपराधीकरण के लिए कानून लाने के लिए कह रहे हैं। मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं कि आपने पीसीबी में पदों पर रहते हुए क्या किया था। इस तरह का कानून लाने की तत्काल आवश्यकता है।
अख्तर ने मैच फिक्सिंग करने के बावजूद पाकिस्तानी क्रिकेट में वापसी करने वाले मोहम्मद आमिर को भी लताड़ा। आमिर वर्ष 2010 में स्पॉट फ़िक्सिंग स्कैंडल में पकड़े गए थे, लेकिन पेसर ने पाकिस्तान के लिए वापसी की।
अख्तर ने सही उदाहरण पेश नहीं करने के लिए पहले पीसीबी को लताड़ा और फिर कहा कि आमिर ने देश को वापस कुछ नहीं दिया और तो और उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से भी मुंह मोड़ लिया।
अख्तर ने कहा, “आप मोहम्मद आमिर को वापस क्यों लाए? अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग दिशा-निर्देश क्यों हैं? आपने आमिर को स्टार बनाने की कोशिश की, आपने सभी दिशानिर्देशों को दरकिनार कर दिया, और आमिर ने क्या किया? उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से मुंह मोड़ लिया।”
अनुशासन पैनल के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) फजल-ए-मीरन चौहान ने सोमवार को अकमल पर तीन साल के लिए प्रतिबंध लगाने के फैसले की घोषणा की। अकमल के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक जांच के बाद उन पर क्रिकेट के सभी प्रारूपों में तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया। पीसीबी ने उनके खिलाफ जांच शुरू करने के कारणों का खुलासा नहीं किया, लेकिन उन पर बोर्ड की भ्रष्टाचार निरोधक संहिता की धारा 2.4.4 के तहत फरवरी में हुए दो मामलों के तहत आरोप लगाए गए हैं।
बता दें कि अकमल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें एक बुकी ने स्पॉट फिक्सिंग के लिए 2 लाख डॉलर की पेशकश की थी। इतना ही नहीं, इस खिलाड़ी ने यह दावा भी किया था कि उसे भारत के खिलाफ मैच न खेलने के एवज में भी मोटी रकम देने का वादा किया गया था। हालांकि, अकमल पीसीबी की अनुशासन कमेटी को यह बात बताने में नाकाम रहे कि उन्होंने इसकी जानकारी आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट को क्यों नहीं दी।
आईसीसी के एंटी करप्शन कोड 2.4.4 और 2.4.5 के तहत हर खिलाड़ी यह जानकारी देने के लिए बाध्य होता है कि उसे कभी पैसों या किसी के द्वारा गलत तरीके से फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई है। अगर खिलाड़ी यह जानकारी छुपाता है तो उसे 5 साल तक की सजा मिल सकती है। (एजेंसी, हि.स.)