‘थके’ शिवानन्द ले रहे हैं राजद उपाध्यक्ष पद से छुट्टी
पटना । वरिष्ठ समाजवादी नेता शिवानन्द तिवारी ने राजद का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद छोड़ने का एलान किया है। मंगलवार को जारी एक बयान में तिवारी ने कहा कि वे मन की थकान का अनुभव कर रहे हैं। इसलिए उससे छुट्टी पाना चाह रहे हैं। अब संस्मरण लिखने की कोशिश करेंगे। लिख ही देंगे इसका भरोसा नहीं है फिर भी प्रयास करेंगे। इसलिए राजद की ओर से जिस भूमिका को वे अब तक निभा रहे थे उससे छुट्टी ले रहे हैं।
तिवारी ने कहा, “थकान अनुभव कर रहा हूं। शरीर से ज्यादा मन की थकान है। संस्मरण लिखना चाहता था वह भी नहीं कर पा रहा हूं, इसलिए जो कर रहा हूं उससे छुट्टी पाना चाहता हूं। संस्मरण लिखने का प्रयास करुंगा, इसलिए राजद की ओर से जिस भूमिका का निर्वहन अबतक मैं कर रहा था उस से छुट्टी ले रहा हूं।”
राजद के सूत्रों की मानें तो तिवारी पार्टी में छह साल से हैं लेकिन उन्हें वह महत्त्व नहीं मिला, जिसकी उन्हें आशा थी। उन्हें उम्मीद यह भी थी कि राजद उन्हें राज्यसभा भेज देगा। नीतीश कुमार से उनका मोह भंग इसीलिए हुआ था।.एक टर्म के बाद जदयू ने उन्हें राज्यसभा में फिर से नहीं भेजा था तो पार्टी छोड़कर लालू यादव के पास चले गए थे। उस समय तिवारी ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने का एलान किया था। पर राजद में शामिल होने के बाद उनकी ओर से सफाई आयी कि उन्होंने चुनावी राजनीति से संन्यास लिया था राजनीति से नहीं। राजद ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया और कई सालों तक वे लालू यादव और तेजस्वी यादव के सलाहकार बने रहे और दोनों के बचाव में बयान देते रहे। हालांकि लोकसभा चुनाव के बाद वह तेजस्वी पर व्यंग्य करने से भी नहीं चूके।
सूत्र बताते हैं कि तिवारी को लालू यादव और तेजस्वी यादव से निराशा हाथ लग रही थी क्योंकि उन्हें पार्टी के अहम फैसलों में शामिल नहीं किया जा रहा था। पार्टी में किनारे कर दिये गए शिवानंद तिवारी के पास किसी दूसरी पार्टी में जाने का विकल्प भी नहीं बचा है। अभी कुछ दिन पहले जब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा कि नीतीश कुमार ही 2020 के विधान सभा चुनाव में राजद का चेहरा होंगे तो तिवारी ने नीतीश पर आरोप लगाया था कि महागठबंधन छोड़ने के लिए मुख्यमंत्री ने अपने लोगों को उनके पास भेजा था और राजग में अपनी पोजीशन मजबूत बनाने के लिए यह खेल खेला था लेकिन ऐसा लगता है कि तेजस्वी को उनका यह बयान भी पसंद नहीं आया।