प्रशांत किशोर का ऐलान, 20 फरवरी से शुरू करेंगे “बात बिहार की” नाम से अभियान
पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर से नाता को तोड़ लिया है लेकिन चुनावी रणनीतिकार आज भी उन्हें पिता समान ही मानते हैं।
सम्बंध विच्छेद के बाद मंगलवार को पहली बार यहां आने पर उन्होंने साफ़ कर दिया कि बिहार में वह महागठबंधन के लिए काम नहीं करेंगे। पीके ने यह भी कहा कि वह फिलहाल आगामी विधान सभा चुनाव को ले कर कुछ नहीं करने जा रहे हैं। लेकिन उन्होंने बिहार में 20 फरवरी से अपने नए अभियान की शुरुआत करने की घोषणा कर दी जो बिहार की बात नाम से शुरू होगा। इस कार्यक्रम के तहत 20 मार्च तक 10 लाख लड़के जोड़ने का लक्ष्य है।
प्रशांत ने कहा है कि वह बिहार के विकास के लिए काम करना चाहते हैं ।अगर उनकी तरफ से तैयार किए गए संगठन को नीतीश कुमार या सुशील मोदी भी आकर ज्वाइन करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।
पीके ने कहा कि नीतीश सरकार विकास का चाहे जो भी दावा कर ले लेकिन जमीन पर योजनाएं नहीं उतर पाई हैं। उनका कहना था कि राजद शासनकाल से तुलना करके नीतीश कुमार कब तक बिहार में अपने विकास की कहानी सुनायेंगे । उन्होंने कहा कि बिहार में विकास के मुद्दे पर वह किसी से भी बहस के लिए तैयार हैं। नीतीश कुमार या उनकी पार्टी के लोग अगर विकास के मुद्दे पर मुझसे बहस करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।