PM मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलट ट्रेन के विरोध में उतरी शिवसेना , मोदी विरोधी मंच किया साझा
मुंबई ,पालघर जिला, संजय सिंह ठाकुर : मुंबई से सटे पालघर जिला के पालघर में रविवार को बुलट ट्रेन का विरोध कर रही ‘’बुलट ट्रेन विरोधी जनमंच’’ की तरफ से बुलट ट्रेन को लेकर पालघर के लायंस क्लब में एक सभा का आयोजन किया गया था .जिसमे कांग्रेस ,एनसीपी ,सीपीएम,मनसे के साथ मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट बुलट ट्रेन का विरोध करते हुए बीजेपी का मित्र पक्ष शिवसेना अब मोदी के विरोधियो के साथ आगई है .जिसके बाद पालघर के साथ साथ महाराष्ट्र की राजनीत फिर गर्म हो गई है .
कहने को केंद्र और महाराष्ट्र राज्य में बीजेपी और शिवसेना एक साथ सरकार में है लेकिन शिवसेना बीजेपी के विरोध में एक भी हमला करने का एक मौका नहीं छोडती .पालघर लोकसभा उपचुनाव की प्रक्रिया भले ही पूरी हो गई लेकिन चुनाव के दौरान बीजेपी और शिवसेना के बिच में उपजी कडवाहट कम होने का नाम नहीं ले रही है .इस चुनाव में चुनाव प्रचार के दौरान शिवसेना- बीजेपी काफी आरोप प्रत्याआरोप देखने को मिला था जिसके बाद दोनों पार्टियों के बिच कडवाहट काफी बढ़ गई .
अभी पालघर लोकसभा उपचुनाव का परिणाम घोषित हुए अभी चार दिन भी नहीं बीते है लेकिन बुलट ट्रेन के विरोध में कांग्रेस ,एनसीपी ,सीपीएम,मनसे समेत मोदी विरोधी सभी पार्टिया एक साथ आरही है जिसमे पालघर लोकसभा के हार का बदला लेने के लिए अब बीजेपी का मित्र पक्ष शिवसेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलट ट्रेन पर ब्रेक लगाने के लिए कूद पड़ी है. जिसके बाद पालघर के साथ साथ महाराष्ट्र की राजनीत फिर गर्म हो गई है.
बुलट ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है मोदी चाहते है की 15 अगस्त 2022 को जब देश 75 स्वातंत्र दिवस माना रहा होगा. उस समय मोदी देश को बुलट ट्रेन के रूप में एक गिफ्ट देना चाहते है .लेकिन आप देख सकते है की मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट बुलट ट्रेन को लेकर महाराष्ट्र के पालघर जिला के किसानो ने विरोध करना शुरू कर दिया है . मुंबई – अहमदाबाद हाय स्पीड रेल ( MAHSR) प्रकल्प (बुलट ट्रेन के प्रोजेक्ट ) को लेकर इस प्रोजेक्ट के अधिकारी जब कोई जनसुनवाई करना चाहते है तो इस जनसुनवाई और बुलट ट्रेन का विरोध करते हुए पालघर जिला के किसान और बुलट ट्रेन विरोधी जनमंच के लोग हंगामा करके जन सुनवाई बंद करवा देते है .अब तो इनके समर्थन में मोदी विरोधी पार्टियों के साथ शिवसेना भी कूद पड़ी है जिसके बाद मोदी के इस ड्रीम सपने पर पानी फिरना तय माना जा रहा है .
@>एनसीपी बिधायक नबाब मालिक का कहना है की मोदी यह बुलट ट्रेन गुजरात के शराबियो को महाराष्ट्र में शराब पिने के लिए शुरू कर रहे है क्यों की गुजरात में शराब बंद है .मोदी जी खुद कहते है की बुलट ट्रेन से कुछ फायदा नहीं होगा यह केवल दिखाने के लिए है .
नबाब मालिक ,एनसीपी बिधायक
@> शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने 18 मई को बुलट ट्रेन विरोधी कृति समिति को अपना सर्थन दिया है .इसके लिए शिवसेना का प्रतिनिधि होने के नाते आज मै इस सभा में सामिल हुई हु .इस प्रोजेक्ट में करीब 1000 हेक्टर से ज्यादा जमीन जा रही है ,और गांवो में बटवारे भी हो रहे है .70 से ज्यदा गाँव के लोगो ने ग्राम सभा लेकर इस प्रोजेक्ट के विरोध में अपने ग्रामपंचायत में ठराव भी मंजूर किया है .मुंबई से अहमदाबाद जाने वाले थोड़े यात्रियों को सुबिधा देने के वजाय मुंबई से दहाणु तक लोकल ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की समस्या के बारे में सरकार को ध्यान देना चाहिए ताकि इसका फायदा जनता को हो सके.
4 जुलाई से नागपुर में होने वाले अधिवेशन में हम लोग और लोकसभा व राज्य सभा में जो हमारे गट नेता है वह भी बुलट ट्रेन के विरोध में आवाज उठायेगें.
नीलम गोहे ,शिवसेना प्रवक्ता
@> बुलट ट्रेन प्रोजेक्ट मैनेजर UP SINGH का कहना है की इस प्रोजेक्ट में जिसकी जमीन जा रही है हम लोग ग्रामीण क्षेत्र में उसे बाजार भाव से पांच गुना ज्यादा कीमत दे रहे हैं.जिनका घर जा रहा है उन्हें 500 स्क्वायर फिट का घर या पैसा दे रहे साथ में एक साल तक 3600 रूपये महीने का दे रहे है .
UP SINGH ,बुलट ट्रेन प्रोजेक्ट मैनेजर
@> बुलट ट्रेन बचाओ आंदोलन समित के सदस्य शशी सोनावने का कहना है की मुंबई – अहमदाबाद हाय स्पीड रेल ( MAHSR) प्रकल्प जो है .दुनिया में कही भी बुलट ट्रेन नहीं आरही .इस प्रोजेक्ट में मोदी सरकार केवल हमारे पैसे की बर्बादी कर रही है .सरकार को बुलट ट्रेन के बजाय भारतीय रेलवे को सुधारने की जरुरत है .
शशी सोनावने ,बुलट ट्रेन बचाओ आंदोलन समित के सदस्य