देहरादून, 04 मई (हि.स.)। विधानसभा चुनाव में करारी हार से खिन्न कांग्रेस ने केदारनाथ दौरे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाने पर लिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने इस दौरे पर घोषणाओं को लेकर प्रधानमंत्री की चुप्पी को प्रदेश की जनता का अपमान करार दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रधानमंत्री से कुछ नहीं मांगने के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरा और क्षेत्रीय विधायक को प्रधानमंत्री के स्वागत सत्कार से दूर रखे जाने पर दुःख जताया। केदारनाथ यात्रा के दौरान उत्तराखंड को लेकर प्रधानमंत्री की चुप्पी कांग्रेस को खासी अखरी है। पार्टी ने गुरुवार को इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री और राज्य की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि केदार घाटी बीते कई सालों से दैवीय आपदा के दंश से कराह रही है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसी तरह के पैकेज की घोषणा नहीं की।
किशोर ने कहा कि पीएम ने राज्य की सवा करोड़ जनता का उपहास उड़ाया है। सैनिक बहुल राज्य को प्रधानमंत्री से काफी उम्मीदें हैं। राज्य का नौजवान देश की रक्षा में सजग प्रहरी की भूमिका में है। प्रधानमंत्री ने सीमाओं की रक्षा में तैनात सैनिकों के बारे में एक शब्द न बोलकर उनका अपमान किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड आगमन पर प्रसन्नता जाहिर करने के साथ ही तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि उनके दो साल के मुख्यमंत्री काल में प्रधानमंत्री मोदी को बाबा केदार के दर्शन के लिए आमंत्रित करने के काफी प्रयास किए गए। उन्होंने राज्य सरकार पर यह कहते हुए हमला किया कि यह राज्य सरकार का स्वयं का विवेक रहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से राज्य के लिए कुछ नहीं मांगा।
रावत ने प्रधानमंत्री के स्वागत सत्कार के प्रोटोकॉल में केदारनाथ के विधायक मनोज रावत की उपेक्षा को केदारनाथ की जनता और देवभूमि का अपमान करार दिया। उन्होंने कहा कि विधायक को मोदी के स्वागत से वंचित रखने से उन्हें भारी दुःख हुआ। स्थानीय विधायक को मौके पर बुलाकर अनावश्यक प्रसंग से बचा जा सकता था।