दिल्ली में हुई हिंसा को देखते हुए चांदबाग, करावल नगर सहित 4 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू
नई दिल्ली । नागरिकता संशोधित कानून (सीएए) को लेकर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के कई इलाकों में भारी तनाव जारी है। मंगलवार सुबह मौजपुर इलाके में पथराव हुआ। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने पथराव के बाद आगजनी भी की। कर्दमपुरी में फायरिंग भी हुई वहीं दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है। हिंसा को देखते हुए दिल्ली के 4 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसमें चांदबाग, जाफराबाद, मौजपुर और करावल नगर का नाम शामिल है।
दिल्ली में वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए, बाहरी जिले के मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया गया है। समाज के बीच सौहार्द बनाए रखने के लिए अमन समिति की बैठकें आयोजित की गई हैं। एसडीपीओ / एसएचओ को उन तत्वों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए निर्देशित किया गया है, जो क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में समस्या पैदा कर सकते हैं। एसडीपीओ / एसएचओ को निर्देशित किया गया है कि बाहरी जिलों में मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में स्थिति के बारे में खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए स्थानीय स्रोतों को सक्रिय करें।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ एम एस रंधावा ने कहा कि ये खबर गलत है कि पुलिस के पास बल की कमी है, पुलिस के पास बल की कोई कमी नहीं है। कई जगहों पर छिटपुट घटनाएं हुई हैं लेकिन पुलिस पूरी तरह शांति बहाली के लिए लगी हुई है।
दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अब तक 11 मामले इस संबंध में दर्ज किए जा चुके हैं और हालात अब नियंत्रण में है और इलाके में धारा 144 लगाई हुई है। हालांकि स्थिति नियंत्रण में है और मैं खासतौर पर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लोगों से अपील करता हूं कि वो कानून को अपने हाथ में न लें।
दिल्ली हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है और दिल्ली पुलिस के पीआरओ एम एस रंधावा ने कहा कि 56 पुलिसवाले नॉर्थ ईस्ट में हुई हिंसा में घायल हुए हैं और 130 आम नागरिक इस हिंसा में घायल हुए हैं। इसके अलावा 10 लोगों की इस हिंसा में मौत हुई है।