Home Sliderखबरेमहाराष्ट्रराज्य

NCP नेता व पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की जेल में कटेगी दिवाली ,6 तक ईडी की कस्टडी

13 घंटे की पूछताछ के बाद अरेस्ट ,100 करोड़ वसूली का मामला

मुंबई – महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil deshmukh ) की दिवाली जेल में कटेगी. 100 करोड़ की वसूली मामले में प्रवर्तन निदेशालय ( ED ) ने देशमुख को सोमवार की देर रात करीब 13 घंटे की पूछताछ के बाद अरेस्ट कर लिया था. मंगलवार को देशमुख को स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें 6 नवंबर तक ईडी की कस्टडी में भेजने के आदेश दिए गए. देशमुख के ईडी में पेश होने के बाद दिल्ली से अतिरिक्त निदेशक सत्यव्रत कुमार खास तौर से सोमवार को मुंबई पहुंचे थे. सूत्रों के मुताबिक उनके आने के बाद ही देशमुख को अरेस्ट करने का फैसला लिया गया.

घर के खाने की अनुमति

देशमुख को भले ही दिवाली जेल में काटनी पड़ेगी, लेकिन कोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए कस्टडी के दौरान घर का खाना देने की अनुमति दी है. वहीँ पूछताछ के दौरान उनके वकील भी मौजूद रहेंगे.

अनिल देशमुख पर आरोप

अनिल देशमुख पर मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने 100 करोड़ की वसूली का टारगेट देने का आरोप लगाया था. सिंह ने इस मामले में 25 मार्च को बॉम्बे हाईकोर्ट में एक अर्जी दायर कर देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की थी. परमबीर का आरोप था कि देशमुख ने तत्कालीन पुलिस अधिकारी सचिन वझे समेत दूसरे अन्य अधिकारियों को बार और रेस्टोरेंट से 100 करोड़ रुपए की वसूली करने को टारगेट दिया था.

5 बार समन

ईडी ने रिश्वत मामले में पेश होने के लिए अनिल देशमुख को 5 बार समन भेजा था. लेकिन वे हाजिर नहीं हुए थे. हालांकि सोमवार को सुबह 11.50 बजे वे अचानक ईडी कार्यालय पहुंच गए. इससे पहले देशमुख ने एक वीडियो सन्देश जारी कर कहा कि हाईकोर्ट का सम्मान करते हुए वे पूछताछ के लिए ईडी के समक्ष पेश हुए हैं. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि आखिर उन पर 100 करोड़ की वसूली का आरोप लगाने वाले मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह कहां लापता हो गए हैं. देशमुख ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है.

गिरफ्तारी रणनीति से प्रेरित

अनिल देशमुख की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है. यह राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार के नेताओं की इमेज को खराब करने के मकसद से की गई है. केंद्र सरकार को इस तरह सत्ता का सत्ता का दुरुपयोग कर नेताओं को डराना बंद किया जाना चाहिए.
नवाब मलिक, राष्ट्रीय प्रवक्ता, एनसीपी

Tags

Related Articles

Back to top button
Close