प्रवासी मजदूर पैदल न जाएं, बसों या ट्रेनों में उनकी यात्रा सुनिश्चित करें राज्यः गृह मंत्रालय
नई दिल्ली । गृह मंत्रालय ने प्रवासी मजदूरों के पैदल घर जाने के मामले पर चिंता जताते हुए राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि उनकी यात्रा के लिए बसों या फिर ट्रेनों का प्रबंध किया जाना चाहिए। सोमवार को सभी राज्यों को लिखे पत्र में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने प्रवासी भारतीयों के अधिक से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने के लिए राज्यों से सहयोग करने की बात भी कही है।
गृह सचिव ने पत्र में रविवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौंबा द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक का भी उल्लेख किया है। उन्होंने कहा है कि श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचने के लिए पहले ही बसों और श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। ऐसे में सभी राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि श्रमिक सड़क या फिर रेलवे पटरियों पर चलने का सहारा न लें। भल्ला ने कहा कि यदि वे ऐसी स्थिति में पाए जाते हैं तो उन्हें उचित परामर्श दिया जाना चाहिए और पास के आश्रय स्थलों में ले जाकर उन्हें भोजन, पानी आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। ऐसा तब तक हो जब तक कि उनके मूल स्थान पर जाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन या बसों में चढ़ने की सुविधा उपलब्ध न हो जाए।
भल्ला ने पत्र में यह भी लिखा है कि कैबिनेट सचिव के अनुरोध के अनुसार, सभी राज्य सरकारों को अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने में रेलवे के साथ सहयोग करना चाहिए, ताकि फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों की यात्रा को तेज गति से सुविधाजनक बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि वे सभी से आग्रह करते हैं कि बिना किसी बाधा के सभी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रिसीव करने की अनुमति दें और फंसे हुए प्रवासी कामगारों को उनके मूल स्थानों पर तेजी से आवागमन की सुविधा प्रदान की जाए।