प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए उचित व्यवस्था करे सरकार: प्रियंका गांधी
नई दिल्ली. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्रेनों के चलने की अफवाह पर रेलवे स्टेशनों पर जमा हुए प्रवासी मजदूरों की स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कहा कि आखिर ऐसा क्यों है कि हर बार विपत्ति गरीबों-मजदूरों पर ही टूटती है.
क्या यह जरूरी नहीं है कि सरकारें उनकी स्थिति को ध्यान में रखकर फैसले करें. साथ ही उन्होंने सवाल भी किया कि लॉकडाउन जारी रहने के दौरान रेलवे टिकटों की बुकिंग क्यों जारी थी.
कांग्रेस नेता ने बुधवार को ट्वीट कर दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों के घर वापस जाने की आतुरता पर सरकार से बेहतर इंतजाम किए जाने की मांग की. उन्होंने महाराष्ट्र के बांद्रा की घटना पर ट्वीट कर कहा, ‘आख़िर हर बार हर विपत्ति गरीबों और मजदूरों पर ही क्यों टूटती है? उनकी स्थिति को ध्यान में रखकर फैसले क्यों नहीं लिए जाते? उन्हें भगवान भरोसे क्यों छोड़ दिया जाता है?
लॉकडाउन के दौरान रेलवे टिकटों की बुकिंग क्यों जारी थी? स्पेशल ट्रेनों का इंतजाम क्यों नहीं किया गया? उनके पैसे खत्म हो रहे हैं, स्टॉक का राशन खत्म हो रहा है, वे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं-घर गाँव जाना चाहते हैं. इसकी व्यवस्था होनी चाहिए थी.’ प्रियंका ने यह भी कहा कि अब भी सही प्लानिंग के साथ इनकी मदद की व्यवस्था की जा सकती है. मजदूर इस देश की रीढ़ की हड्डी हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर प्रवासी मजदूरों की समस्या का समाधान किए जान की बात कही. उन्होंने कहा कि कोरोना के क़हर का मंजर आए दिन लाखों मज़दूरों की रोजी-रोटी और मुंह का निवाला छीन रहा है.
उन्होंने गुजरात के सूरत में रेलवे स्टेशनों पर जमा हुई भीड़ की एक वीडियो शेयर कर लिखा कि यह तस्वीर मीडिया में तो शायद न दिखें पर सरकारों की नाकामियां बयान करती है. उन्होंने सवाल किया कि आखिर मजदूरों के पलायन को रोकने का रोड मैप क्या है. सरकार कब तक इनकी परेशानियों पर चुप्पी साधे रहेगी, जरूरी है कि सरकार जल्द और उचित व्यवस्था करे. (एजेंसी, हि.स.)