मेघालय के दो जिलों में कर्फ्यू, 48 घंटे के लिए छह जिलों में इंटरनेट व एसएमएस सेवा बंद
शिलांग । गैर-आदिवासियों और खासी छात्र संघ (केएसयू) के कार्यकर्ताओं के बीच नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और इनर लाइन परमिट (आईएलपी) को लेकर हुई झड़प के बाद शिलांग और सोहरा में हालात काफी तनावपूर्ण हैं। झगड़े में गंभीर रूप से घायल एक केएसयू सदस्य की ईस्ट खासी हिल्स जिला के शेला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। हमले में केएसयू कार्यकर्ताओं के साथ ही पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। हिंसा प्रभावित इलाकों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनियों को तैनात किया गया है।
हिंसा के बाद पूर्वी व पश्चिम खासी हिल्स प्रशासन ने शिलांग समेत दोनों जिलों में कर्फ्यू लगा दिया है। हालांकि राजधानी शिलांग में सुबह आठ बजे कर्फ्यू में ढील दी गई है। वहीं राज्य सरकार ने मेघालय के छह जिलों पूर्वी जयंतिया हिल्स, ईस्ट खासी हिल्स, रि-भोई, वेस्ट खासी हिल्स और साउथ खासी हिल्स में 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट व एसएमएस सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया।
राज्य के गृहमंत्री लाहमेन रिमबोई ने कहा कि शासन ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि हमने पुलिस को निर्देश दिया है कि जो व्यक्ति केएसयू सदस्य की मौत के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें तुरंत गिरफ्तार करें। इस बीच सरकार ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार सीएए और आईएलपी के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिला के चेरापूंजी के तहत शेला में इचामाटी गांव में एक बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में सोहरा, शेला के साथ ही आसपास के इलाकों के केएसयू सदस्य, गैर-आदिवासियों और अन्य लोग शामिल हुए थे। सूत्रों ने बताया कि गैर-आदिवासी पूरी तरह से लाठी-डंडे व अन्य हथियारों से लैस थे। कुल मिलाकर हालात काबू में हैं लेकिन लोगों के बीच इस घटना को लेकर काफी गुस्सा देखा जा रहा है।