बाजार में मांग की कमी अर्थव्यवस्था के लिए घातक, केंद्र करे आर्थिक पैकेज की घोषणा : दिग्विजय
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लॉकडाउन के कारण ठप पड़े व्यापार के लिए केंद्र को जिम्मेदारी ठहराया है। उन्होंने कहा कि अगर समय पर केंद्र की ओर से कारोबारियों को पर्याप्त आर्थिक मदद मिलती तो आज स्थिति इतनी खराब न होती। उन्होंने कहा कि लोगों के पास पैसा नहीं होने के कारण मांग में बेहद कमी आई है, जिस कारण बाजार औधें मुंह गिरा है।
दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ‘वायरस संक्रमण से प्रभावित अमेरिका ने अपनी जीडीपी का दस फीसदी इकोनॉमिक स्टिमुलस पैकेज दिया है, ताकि कारोबार प्रभावित न हो। जबकि मोदी सरकार ने देश की जीडीपी का एक प्रतिशत तक नहीं दिया है। आर्थिक स्तर पर मदद में कमी के चलते ही देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है। उसे पटरी पर लाने के लिए भारत सरकार को अधिक से अधिक राशि देकर देश की आम जनता में डिमांग (मांग) को फिर से तैयार करना पड़ेगा।’
वहीं एक अन्य ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने कहा कि “न्याय” योजना लॉकडाउन समाप्त होने पर बेरोज़गार युवाओं, प्रवासी श्रमिक एवं निम्न मध्य वर्ग के लिए जीवनदायनी साबित हो सकती है। क्योंकि जब तक देश की अर्थव्यवस्था में ‘डिमाड क्रिएट’ नहीं होगा, तब तक उसमें सुधार की उम्मीद नहीं की जा सकती। (एजेंसी, हि.स.)