ममता बनर्जी ने तापस पाल की मौत के लिये केन्द्र सरकार को कोसा
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कोलकाता । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तापस पाल की मौत को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने दावा किया है कि केंद्र सरकार की प्रतिहिंसा की वजह से ही तापस पाल की असमय मौत हुई है।
बुधवार को रवीन्द्र सदन में तापस पाल के पार्थिव शरीर पुष्पांजली देने पहुंची ममता बनर्जी ने दावा किया कि तापस के साथ केंद्र की सरकार ने प्रतिहिंसा की राजनीति की। उन्होंने कहा कि मरने के पहले तक तापस को पता ही नहीं था कि वह किस अपराध में जेल गए थे। उन्हें मानसिक तौर पर इतना अधिक प्रताड़ित किया गया कि वह पूरी तरह से टूट चुके थे इसीलिए उनकी अकाल मौत हुई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर किसी ने अपराध किया है तो कानून के मुताबिक उसकी सजा होनी चाहिए लेकिन तापस का अपराध क्या था यह आज तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।
उन्होंने चिटफंड मामलों में केंद्रीय एजेंसियों की जांच पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि एक हत्या के मामले में भी तीन महीने के भीतर चार्जशीट देनी पड़ती है लेकिन चिटफंड मामले में कोई चार्ज शीट आज तक दाखिल नहीं की गई। ममता ने कहा कि एक टीवी चैनल में थोड़े दिन काम करने के तौर पर तापस ने चिटफंड कंपनी से अपना वेतन लिया था। जांच शुरू होने के बाद वह रुपया उन्होंने लौटा भी दिया था बावजूद इसके केवल वेतन लेने के अपराध में उन्हें एक साल से अधिक समय तक जेल में रहना पड़ा था। वह अंदर बाहर से पूरी तरह टूट चुके थे इसलिए अपमान बर्दाश्त नहीं कर सके।
ममता ने दावा किया कि केंद्र सरकार की प्रतिहिंसा की वजह से उनकी पार्टी के तीन नेताओं की अकाल मौत हुई है। सुल्तान अहमद की मौत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें चिट्ठी आई थी और एक फोन कॉल आया था। उसके बाद बाथरूम में गए और हृदयाघात से मौत हो गई। वह भी चिटफंड मामले में फंसे थे। इसी तरह से पूर्व फुटबॉलर और तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शामिल प्रसून बनर्जी की पत्नी भी चिटफंड मामले में पति से पूछताछ से परेशान होकर हृदयाघात से मौत का शिकार हो गई थी। ममता ने कहा कि फिल्म जगत की हस्तियों को इस बारे में विचार करना चाहिए और जो कुछ भी बन पड़े वह करने के लिए आगे बढ़ना चाहिए। उनका इशारा तापस पाल की मौत को लेकर किसी तरह का आंदोलन करने की ओर था। ममता ने कहा कि वह तापस पाल की मौत से इतनी अधिक दुखी हैं कि उनका चेहरा तक नहीं देख पा रही हैं।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले तृणमूल कांग्रेस के दो सांसदों ने भी इसी तरह से केंद्र सरकार पर तापस पाल को मानसिक तौर पर परेशान करने का आरोप लगाया था। हालांकि भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया था कि ममता बनर्जी के साथ होने की वजह से ही तापस पाल मानसिक तौर पर परेशान हुए थे और उनकी अकाल मौत हुई है। रोज वैली चिटफंड घोटाला मामले में संदिग्ध संलिप्तता के आरोप में तापस पाल एक साल से कुछ अधिक समय तक जेल में रहे थे।