मध्यप्रदेश के बहुप्रतीक्षित शिवराज मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार, 28 मंत्रियों ने ली शपथ
– राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 20 कैबिनेट और आठ राज्यमंत्रियों को दिलाई पद एवं गोपनीयता की शपथ
भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल का अंतत: गुरुवार को विस्तार हो ही गया। राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में 28 मंत्रियों को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें 20 को कैबिनेट और आठ को राज्यमंत्री की शपथ दिलाई गई। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, प्रदेश भाजपा विनय सहस्त्रबुद्धे समेत सभी बड़े नेता और अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को 20 कैबिनेट और 08 राज्यमंत्रियों की सूची सौंपी। इसके बाद सुबह 11 बजे राजभवन में शपथ समारोह शुरू हुआ जिसमें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने नये मंत्रियों को शपथ दिलाई। इनमें गोपाल भार्गव, विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बिसाहू लाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, भूपेंद्र सिंह, एदल सिंह कंषाना, बृजेंद्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया (संजू भैया), प्रद्युमन सिंह तोमर, प्रेम सिंह पटेल, ओमप्रकाश सकलेचा, ऊषा ठाकुर, अरविंद भदौरिया, डॉ. मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग, राजवर्धन सिंह प्रेमसिंह दत्तीगांव को कैबिनट मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई जबकि भरत सिंह कुशवाह, इंदर सिंह परमार, रामलेखावन पटेल, राम किशोर कांवरे, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज दंडौतिया, सुरेश धाकड़ (राठखेड़ा) और ओपीएस भदौरिया को राज्यमंत्री की शपथ दिलाई गई।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिरने के बाद मार्च में भाजपा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में चौथी बार सरकार बनाई थी। शिवराज ने 23 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर रिकार्ड 29 दिन अकेले सरकार चलाई और उसके बाद 21 अप्रैल को पांच मंत्रियों को शपद दिलाकर अपने मिनी कैबिनेट का गठन किया। तभी से मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें शुरू हो गई थीं। इन पर गुरुवार को विराम लग गया है। शिवराज मंत्रिमंडल के बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल का विस्तार अब हो गया है। इससे प्रदेश के लोगों में सरकार के कामकाज में तेजी आने की उम्मीद है। (एजेंसी, हि.स.)