मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक हजार पार, 57 की मौत
भोपाल । मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस (कोविड-19) का संक्रमण तेजी के साथ बढ़ा है। यहां देर रात तक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 999 पहुंच गई, जबकि अभी कई कोरोना से संभावित संक्रमितों की टेस्ट रिपोर्ट आना बाकी है, इसके बाद कहना होगा कि प्रदेश में इस महामारी की चपेट में आने वालों की संख्या गुरुवार को 1000 पार कर चुकी है। वहीं इस बीमारी के संक्रमण के चलते अब तक 57 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। गुरुवार सुबह तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में 239 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इंदौर से दिल्ली भेजे गए 200 सैंपल की जांच रिपोर्ट में से 117 पॉजिटिव मिले हैं।
इसके अलावा देर रात अन्य 47 संक्रमित मिले हैं, जिन्हें मिलाकर एक दिन में इंदौर में 164 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। यहां कुल मरीजों की संख्या 696 पहुंच गई है । 92 की हालत स्थिर है और तीन गंभीर है। इंदौर में कल 4 मौत हुई और आंकड़ा 39 पर पहुंच गया है। सीएमएचओ डॉ प्रवीण जड़िया के अनुसार 117 संक्रमितों में से अधिकतर पहले से ही क्वॉरेंटाइन हाउस में रह रहे हैं जो कि प्रथम कान्टेक्ट हिस्ट्री के तहत क्वॉरेंटाइन किए गए हैं। भोपाल में 10 नए संक्रमित पाए गए हैं। इसमें एक दो साल का बच्चा व पूर्व में संक्रमित हो चुके लोगों के परिवार जन शामिल हैं। राजधानी भोपाल के जहांगीराबाद निवासी पॉजिटिव व्यक्ति के बेटे और बेटे के साले के बाद अब बहू भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। इस तरह कुल संक्रमितों की संख्या 170 हो गई है। बड़वानी जिले में पांच पॉजिटिव बड़वानी जिले में पांच नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। यहां अब तक जिले में 22 संक्रमित मरीज मिले हैं।
वहीं, देवास जिले में सात नए केस सामने आए हैं, जिसके बाद अब यहां कोविड-19 पॉजिटिव संख्या 15 हो चुकी है। चार संक्रमित यहां पर भी इस बीमारी से मौत का शिकार हो चुके हैं। ऐसे ही खंडवा में जमातियों के संपर्क में आने के कारण से अधिकतम लोग इस जिले में संक्रमित हुए हैं, जिसमें से आज सुबह तक सर्वाधिक 18 कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। इसके बाद खण्डवा में 33 मरीज कोरोना के हो गए हैं। तीन हाटपिपलिया के एक ही परिवार के सदस्य प्रदेश में कोरोना मरीज मिले हैं।
उधर, जिस तरह से मध्य प्रदेश में कोरोना के संक्रमित मिल रहे हैं, उसे देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रदेश के इंदौर, भोपाल, उज्जैन, खरगोन और होशंगाबाद जिलों को रेड हॉट स्पॉट घोषित किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को 28 दिन के अंदर रेड अलर्ट वाले जिलो को ग्रीन अलर्ट में बदलने के निर्देश दिए है। इस मामले में केंद्र ने कड़ाई से नियमों का पालन करने का कहा है।
इसके अलावा रतलाम जिले में अभी तक 13 मरीज मिल चुके हैं। पिछले 24 घण्टे में यहां पर 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। धार में दो नए मरीज मिले हैं। आलीराजपुर में पहला मामला इस दौरान सामने आया है। मंदसौर में पांच नए केस सामने आए हैं। जिले में अब सात पॉजिटिव मरीज हो गए हैं। जबलपुर में एक और पॉजिटिव मिला है, जिसके बाद इस जिले में 13 संक्रमित हो गए हैं। इस सब के बीच ग्वालियर-चंबल में एक अच्छी खबर भी सामने आई है। यहां के भेजे गए सभी 166 रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। ग्वालियर-चंबल अंचल से बुधवार को राहतभरी खबर आई। यहां सभी 166 रिपोर्ट निगेटिव आई है। इस अंचल में ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया गुना और अशोकनगर जिले शामिल हैं। यहां अभी तक कोरोना के कुल 25 संक्रमित मिले हैं। रीवा, सागर जैसे विंध्य और बुन्देलखण्ड अंचल में भी कोरोना का प्रदेश में कोई प्रभाव अभी तक बड़े स्तर पर देखने को नहीं मिला है।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में इंदौर और भोपाल संभाग में ही सबसे अधिक कोरोना का संक्रमण फैला हुआ है। इंदौर में कंटेनमेंट एरिया की संख्या ही 125 है, जिसमें केवल 25 फीसदी लोगों की ही स्क्रीनिंग हो पाई है। तीन हजार से ज्यादा सैंपल लिए हैं पर कंटेनमेंट एरिया में डोर डू डोर सैंपलिंग नहीं हो पा रही है। फिलहाल, स्क्रीनिंग के लिए इंदौर में 465 टीम काम कर रही हैं, जिसने द्वारा पिछले छह दिन में ही लगभग शहर के ढाई लाख लोगों की जांच की गई है। वहीं, यहां अभी साढ़े सात लाख लोगों की स्क्रीनिंग होना अभी शेष है। शहर में 1700 लोगों को अभी क्वारेंटाइन में रखा गया है। इसके उलट प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्क्रीनिंग की रफ्तार बहुत तेज है। जहांगीराबाद जैसे इलाके में वहां एक दिन में ही 900 सैंपल लिए गए हैं। जिसमें से 415 लोगों में जुकाम-खांसी एवं हल्का बुखान होने की जानकारी मिली, जिन्हें कि अब आइसोलेट कर दिया गया है।