कमलेश तिवारी हत्याकांड : मुख्यमंत्री को बुलाने पर अड़े परिजन, अंतिम संस्कार करने से किया इनकार
लखनऊ । हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड पर बवाल बढ़ता जा रहा है। शनिवार को परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और मुख्यमंत्री के आने व एसएसपी को निलंबित करने पर अड़े रहे। परिजनों का आरोप है कि इसमें पुलिस लीपापोती कर रही है। हत्याकांड में बिजनौर जनपद से दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है, जबकि गुजरात के सूरत से छह संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है।हालांकि पुलिस महकमे के अधिकारी गिरफ्तारी को लेकर कुछ बोल नहीं रहे हैं।
कमलेश की मां ने कहा कि परिवार के दो सदस्यों को नौकरी दी जाय और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद यहां आएं। जब तक वे यहां नहीं आते, तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। वहीं मृतक कमलेश तिवारी की पत्नी ने भी मांगे न माने जाने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। उधर पुलिस ने कमलेश तिवारी हत्याकांड में बिजनौर से दो मौलाना गिरफ्तार किए हैं। इनमें मौलाना अनवारुल हक और मौलाना नईम कासनी को गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि अनवारूल हक ने चार दिसम्बर 2015 को बिजनौर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने प्रदर्शन के दौरान कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वाले को 51 लाख रुपये का इनाम देने का एलान किया था, जबकि किरतपुर क्षेत्र के गांव भनेड़ा के मुफ्ती नईम कासमी ने भी कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वाले को करोड़ों रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। वहीं, गुजरात के सूरत से भी पुलिस ने छह संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया और पूछताछ की जा रही है। इन छह लोगों मे से एक की भूमिका हत्याकांड में संदिग्ध बताई जा रही है।
लखनऊ के नाका के खुर्शीदबाग में रहने वाले हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी (50) की दो बदमाशों ने शुक्रवार दोपहर को हत्या कर दी थी। दोनों बदमाश मिठाई के डिब्बे में पिस्टल व चाकू छिपाकर कमलेश के घर की पहली मंजिल पर स्थित दफ्तर पहुंचे। वहां उन्होंने पहले उनकी गर्दन पर गोली मारी। फिर चाकू से ताबड़तोड़ वार करने के बाद गला रेत दिया। हत्या की वारदात से अफसरों में हड़कंप मच गया। हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं में उबाल आ गया। हजारों लोग सड़क पर निकल आए और अमीनाबाद के बाजार बंद कराकर पुलिस-प्रशासन व सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। एजेंसी हिस