राष्ट्रपति पद की दौड़ में कमला हैरिस और तुलसी गाबार्ड पिछड़ीं
लॉस एंजेल्स । कैलिफोर्निया सीनेटर कमला हैरिस और हवाई सांसद तुलसी गाबार्ड 2020 में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव अभियान में डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी की अब तक की दौड़ में पिछड़ गई हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स पोल के मुताबिक एलिजाबेथ वारेन इस दौड़ में सब से आगे हैं।
अमेरिकी अर्थव्यस्था, हेल्थ और शिक्षा विषयों में लंबी लीड लेने वाली वारेन (22 प्रतिशत) ने पूर्व राष्ट्रपति और विभिन्न पोल में बढ़त बनाने वाले वयोवृद्ध जोए बिडेन (17 प्रतिशत) को भी पीछे छोड़ दिया है। भारतीय मूल की कमला हैरिस और हिंदुत्व विचारधारा से ओतप्रोत तुलसी गाबार्ड का अगली पांच डिबेट में आगे बढ़ना कड़ी चुनौती होगा। यह पोल 25 से 30 अक्टूबर के बीच किया गया।
बर्नी सैंडर्स (19 प्रतिशत ), मेयर पीट बूटिगेग (18 प्रतिशत ) और हैरिस (तीन प्रतिशत ) कड़े मुकाबले में पिछड़ रहे हैं। टेक्सास के सांसद बेटो ओ रोर्के ने शुक्रवार को अकस्मात इस दौड़ से नाम वापस ले कर अपने कार्यकर्ताओं को निराश कर दिया। रोर्के ने ई-मेल से अपने कार्यकर्ताओं के बीच घोषणा की कि वह अब अगले साल किसी भी जन प्रतिनिधित्व चुनाव प्रक्रिया में भाग नहीं लेंगे।
अगले महीने होने वाली श्वेत बहुल आयोवा काकस की महत्वपूर्ण डिबेट से पहले बड़ी उम्र के मतदाताओं में लोकप्रिय जोए बिडेन को एलिजाबेथ वारेन से कड़े मुकाबले में पिछड़ते हुए निश्चय ही अच्छा नहीं लग रहा होगा। अभी तक की दौड़ में एक बात देखने में आई है कि संभावित डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों में सभी श्वेत वर्ण के उम्मीदवार हैं। हालांकि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इसी श्वेत बहुल आयोवा काकस में एक पक्षीय जीत दर्ज की थी।
आयोवा काकस की खास बात यह है कि इस राज्य में युवाओं का बोलबाला है, जो मूलत: वारेन की नीतियों के पक्ष में हैं अथवा बर्नी सैंडर्स की समाजवादी नीतियों को तरजीह देते हैं। इस राज्य में बड़ी उम्र के लोग काम हैं। वह बिडेन के पक्ष में जा सकते हैं। युवाओं का इस ओर भी झुकाव है कि डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि रिपब्लिकन के साथ मिलजुल कर आगे बढ़ें। आयोवा मतदाताओं को यह भी लगता है कि डेमोक्रेट उम्मीदवार आने वाले चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प को हरा सकते हैं। इन डेमोक्रेट उम्मीदवारों की भीड़ में उन्हें जोए बिडेन प्रबल उम्मीदवार नजर आते हैं और वह मानते हैं कि एलिजाबेथ वारेन ट्रम्प को हरा पाने में सक्षम हैं।