जम्मू-कश्मीर : घाटी के नेताओं पर बरसे राज्यपाल सत्यपाल मलिक
श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को घाटी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर घाटी के सामाजिक, धार्मिक, हुर्रियत और मुख्यधारा के नेता दूसरों के बच्चों को मरवाने का काम करते हैं। वह कई बार ऐसे बयान दे देते हैं जिसकी उन्हें तीन-तीन दिन तक सफाई देनी पड़ती है। सत्यपाल मलिक ने कहा कि इन नेताओं में से किसी की भी संतान नहीं मरती और न ही किसी की संतान आतंकवाद की ओर रुख करती है। उन्होंने कहा कि इन लोगों की फितरत रही है कि घाटी के बच्चों को गुमराह करके जन्नत का रास्ता दिखाने के बजाय मरवा दिया जाए। उन्होंने कहा कि इन नेताओं का पता कीजिए, उनका एक घर यहां है, एक दिल्ली में है, एक लंदन में है तो एक दुबई में है जबकि आम कश्मीरी पीड़ित हैं।
राज्य में एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में मलिक ने कहा कि बीते 15 दिन से हमारे बहुत सारे मंत्री जिन्हें कई बार अंतरराष्ट्रीय मामलों पर बोलने का मौका नहीं मिलता, वो बराबर पीओके पर चढ़ाई किए हुए हैं। हम पीओके ले लेंगे, पीओके पर चढ़ाई कर देंगे लेकिन अगर अगला निशाना पीओके है तो लड़ाई के बजाय जम्मू-कश्मीर की तरक्की के आधार पर हम उसे ले सकते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि केंद्र से जितना पैसा जम्मू-कश्मीर भेजा गया या भेजा जा रहा था, अगर यहां के नेता उसका सही इस्तेमाल करते तो पता नहीं विकास कहां से कहां पहुंच चुका होता। उन्होंने कहा कि यहां के नेताओं ने कितने लोगों के सपने तोड़े, कितने युवकों का जीवन बर्बाद किया है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल रोजाना बात नहीं करता है और ना ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करता है। लेकिन दिक्कत यह है कि कई बार मेरे मुंह से ऐसी बातें निकल जाती हैं जिसकी सफाई मुझे तीन दिन तक देनी पड़ती है। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कार्यक्रम में कहा कि जितने यहां सोसायटी, धर्म, हुर्रियत और मुख्यधारा के नेता कहे जाते हैं, ये दूसरों को कॉल देकर मरवाते हैं। इसमें किसी का बच्चा नहीं मरा है। किसी का बच्चा आतंकवाद में नहीं है। सबके बच्चे बाहर पढ़ रहे हैं। अच्छा पैसा कमा रहे हैं। आम आदमी और उसके बच्चों को जन्नत का रास्ता दिखाइए और मरवा दीजिए। एजेंसी हिस