ISRO ने ब्रिटेन के दो सैटेलाइट को सफलतापूर्वक किया लॉन्च, जानें इनकी उपयोगिता
श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश): भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रविवार को अंतरिक्ष केंद्र से ब्रिटेन के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह नोवाएसएआर और एस1-4 का प्रक्षेपण किया. दोनों उपग्रहों को लेकर पीएसएलवी-सी42 अंतरिक्षयान सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रात 10:08 बजे प्रथम लांचपैड से रवाना हुआ. इसरो अधिकारियों ने कहा कि यह एक सटीक प्रक्षेपण रहा. नोवाएसएआर का इस्तेमाल वन्य मानचित्रण, भू उपयोग और बर्फ की तह की निगरानी, बाढ़ और आपदा निगरानी के लिए किया जाना है.
एस 1-4 का उपयोग संसाधनों के सर्वेक्षण, पर्यावरण निगरानी, शहरी प्रबंधन तथा आपदा निगरानी के लिए किया जाएगा. करीब छह महीने पहले ही इसरो ने आईएनआरएसएस-1आई नौवहन उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया था. बता दें कि ये विदेशी उपग्रह जंगलों की मैपिंग और बाढ़ और आपदा निगरानी और अन्य कार्यों के लिए हैं.
इन्हें 583 किमी की ऊंचाई पर सूर्य की तुल्यकालिक कक्षा में छोड़ा जाएगा. इन्हें सरे सैटेलाइट टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड, ब्रिटेन ने विकसित किया है. यह मिशन कंपनी और इसरो की वाणिज्यिक शाखा एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बीच एक वाणिज्यिक व्यवस्था है. यह पीएसएलवी की 44वीं उड़ान होगी और इस साल इसरो द्वारा तीसरा प्रक्षेपण होगा.