ISIS के कब्जे में फसे पंजाबीयो को लेकर अमरिंदर ने सुषमा स्वराज से की बात.
चंडीगढ़, 10 जुलाई : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 2014 से मोसूल में बंदी बनाए गए 39 भारतीयों जिनमें अधिकतर पंजाबी हैं। उनको वापस भारत लाने के लिए हर सुविधा प्रदान करने हेतु सभी कोशिशें की जाने संबंधी पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को आश्वासन दिया है।
इराक द्वारा मोसूल को आईएसआईएस से मुक्त करवाने के बाद भारतीय परिवारों के बंदी बनाये गये अपने रिश्तेदारों की खोज करने की कोशिश करने की रिपोर्ट के संदर्भ में कैप्टन ने सोमवार दोपहर सुषमा स्वराज के साथ बातचीत की और इस मामले में उनके सरगर्म दखल की मांग की है। केन्द्रीय मंत्री के साथ हुई टेलीफोन पर बातचीत के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि मोसूल में इराक की आईएसआईएस पर जीत के बाद बंदी बनाये हुए व्यक्तियों के परिवार, उनके रिश्तेदारों की वापसी की उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं और उनको वापस लाने के लिए केन्द्र सरकार की सहायता की जरूरत है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि निर्माण कार्यो में लगे भारतीयों को वर्ष 2014 में बंदी बना लिया गया था और इनको वापस भारत लाने के लिए उनके मंत्रालय द्वारा सभी संभव कोशिश किए जाने को भरोसा दिलाते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि जनरल वीके सिंह को इराक सरकार के साथ तालमेल करने के लिए इराक भेजा गया है।
सुषमा ने कहा कि एयरपोर्ट पर एयर इंडिया के कर्मचारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वह इन भारतीयों की वापसी के लिए सहायता उपलब्ध करवाए। केन्द्रीय मंत्री ने कैप्टन ने बताया कि भारतीयों को वापस लाने के लिए सभी चैनलों को सरगर्म कर दिया है और उन्होंने कहा है कि इनके वापस भारत लाने के बाद उन्होने अपने अपने घर पहुंचाने के लिए राज्य सरकार सभी कदम उठाए।
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