भारतीय महिला हॉकी टीम ने ‘फिटनेस चैलेंज’ से जुटाए 20 लाख रुपये
बेंगलुरु। भारतीय महिला हॉकी टीम ने कोविड-19 महामारी के कारण लागू लॉकडाउन (बंदी) में परेशानी का सामना कर रहे प्रवासी श्रमिकों के परिवारों की आर्थिक मदद के लिए 20 लाख रुपये जुटाए हैं। भारतीय टीम ने 18 दिन के ‘फिटनेस चैलेंज’ के जरिये यह पैसा जुटाया है जो तीन मई को खत्म हुआ।
भारतीय कप्तान रानी रामपाल ने कहा, ‘‘हमें शानदार प्रतिक्रिया मिली। लोगों, विशेषकर भारतीय हॉकी प्रेमियों ने दुनिया भर से इस चैलेंज में हिस्सा लिया और योगदान दिया।भारतीय टीम की ओर से मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहती हूं जिन्होंने गरीबों की मदद की इस पहल में हिस्सा लिया।’’
बता दें कि इस चुनौती के तहत महिला टीम की खिलाड़ी सोशल मीडिया के जरिये कई फिटनेस (कसरत) चुनौती देती थीं, जिसमें बर्पी, लुंजेस, स्क्वैट्स टू स्पाइडर-मैन पुशअप्स और पोगो हॉप्स जैसे व्यायाम शामिल थे।हर दिन खिलाड़ी एक नई चुनौती देती थीं और 10 लोगों को टैग कर के इसके लिए 100 रुपये दान करने की गुजारिश करती थीं।
भारतीय टीम की उप-कप्तान सविता ने कहा कि उन्होंने कभी भी इस तरह के परिणाम का अनुमान नहीं लगाया था।
उन्होंने कहा, “शुरुआत में जब हमने अपने मुख्य कोच के साथ इस चुनौती पर चर्चा की और यह समझा कि ऑनलाइन फंडराइज़र कैसे काम करता है, तो हमने नहीं सोचा था कि इसका परिणाम इतना अधिक होगा। लेकिन हमने देखा कि लोगों का समर्थन दिन-प्रतिदिन बढ़ता गया। उनमें से कई ने हमें संदेश भी भेजा। जिससे हमारा हौसला बढ़ा।”
उन्होंने कहा, “हम हॉकी इंडिया और हमारे मुख्य कोच सजोर्ड मारिजने और पूरे सहयोगी स्टाफ का भी इस पहल में समर्थन करने के लिए शुक्रिया अदा करना चाहते हैं, जिसके बारे में हमने बहुत दृढ़ता से महसूस किया क्योंकि टीम में हममें से अधिकांश बहुत मुश्किल वित्तीय पृष्ठभूमि से आते हैं।”
टीम को बधाई देते हुए, हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मो. मुश्ताक अहमद ने कहा ‘हमें खिलाड़ियों पर बेहद गर्व है। भारतीय महिला हॉकी टीम की इस तरह की एक सोची समझी पहल को देखकर बहुत खुशी हो रही है। मुझे सूचित किया गया है कि इस कारण से सैकड़ों लोग पहले ही लाभान्वित हो चुके हैं और सूखे राशन प्राप्त कर चुके हैं। इससे हमें खिलाड़ियों पर बहुत गर्व है।”
अहमद ने कहा कि खेलप्रेमियों का दिल हमेशा बड़ा होता है और जरूरत पड़ने पर मदद के लिए वे आगे आते हैं। मैं न केवल हॉकी इंडिया की तरफ से टीम को बधाई देता हूं, बल्कि मैं इसे आगे बढ़ाने और जरूरतमंदों को खिलाने के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।
बता दें कि जनभागीदारी से प्राप्त धनराशि को दिल्ली स्थित गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) उदय फाउंडेशन को दान किया गया। इसका इस्तेमाल विभिन्न स्थानों पर रह रहे प्रवासी श्रमिकों और झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले बीमार लोगों के लिए बुनियादी आवश्यकताएं प्रदान करने के लिए किया जाएगा। (एजेंसी, हि.स.)