हरियाणा विस चुनाव : भाजपा-कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला, कईयों की लगी साख दावं पर
फरीदाबाद । नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब फरीदाबाद चुनावी रंग में रंगने लगा है। यहां की छह विधानसभा सीटों पर भाजपा-कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला देखा जा रहा है, जबकि अन्य उम्मीदवार अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं।
वर्ष 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों में फरीदाबाद को बडखल, बल्लभगढ़ और फरीदाबाद में जीत हासिल हुई थी, जबकि तीन अन्य सीटें कांग्रेस, बसपा और इनेलो के खाते में गई थी। पिछले पांच सालल में फरीदाबाद की राजनीति में बहुत बदलाव देखने को मिला है। बडखल और बल्लभगढ़ सीट पर भाजपा उम्मीदवार इतने मजबूत हैं कि यहां जीत की मार्जिन की जद्दोजहद चल रही है। फरीदबाद की 6 विधानसभाओं में भाजपा उम्मीदवारों की स्थिति मजबूत नजर आ रही है। उनका सीधे तौर पर मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवारों से है और लोकसभा चुनाव 2019 के वोट प्रतिशत के हिसाब से भाजपा उम्मीदवार मजबूत नजर आ रहे हैं।
एनआईटी विधानसभा क्षेत्र:
इस विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2014 में इनेलो की टिकट पर चुनाव जीते नागेंद्र भड़ाना द्वारा भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें इस बार यहां से उम्मीदवार बनाया गया है। हालांकि भाजपा संगठन के कार्यकर्ताओं ने टिकट वितरण पर नाराजगी जताई थी पर अब सभी कार्यकर्ता नागेंद्र भड़ाना के समर्थन में लामबंद होने लगे हैं। यहां से उनका मुकाबला पूर्व मंत्री स्व. शिवचरण लाल शर्मा के सुपुत्र नीरज शर्मा से है, जो कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में नागेंद्र भड़ाना को 45740 वोट मिले थे, जबकि पूर्व मंत्री स्व. शिवचरण लाल शर्मा ने निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए 42826 वोट हासिल किए थे और नागेेंद्र भड़ाना 2914 वोटों से चुनाव जीत गए थे। पूर्व मंत्री के निधन के बाद अब उनकी राजनैतिक विरासत उनके पुत्र संभाल रहे हैं। जबकि भाजपा के नागेंद्र भड़ाना मजबूत उम्मीदवार के रूप में जुटे हुए हैं।
बडखल विधानसभा क्षेत्र
बडखल विधानसभा क्षेत्र की बात की जाए तो यहां से मौजूदा भाजपा विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा को पार्टी हाईकमान ने पुन: उम्मीदवार बनाया है। उनके द्वारा पिछले पांच वर्षों के दौरान कराए गए विकास कार्याें की बदौलत वह जनता के बीच समर्थन मांगने में जुटी है। यहां से अगर कांग्रेस उम्मीदवार की बात की जाए तो इस बार पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप के सुपुत्र विजय प्रताप को कांग्रेस ने चुनाव मैदान में उतारा है और उनका मुकाबला भाजपा से है।
पूर्व के विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार सीमा त्रिखा ने 70218 मत हासिल करके 36609 वोटों की मार्जिन से पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप को हराया था। महेंद्र प्रताप को 33609 वोट मिले थे। इस बार उनके पुत्र उनकी राजनैतिक विरासत को थामते हुए चुनावी रण में हैं।
बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र
बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र की बात की जाए तो यहां से भी पार्टी ने मौजूदा भाजपा विधायक पं. मूलचंद शर्मा पर विश्वास जताते हुए उन्हें पुन: उम्मीदवार घोषित किया है। पिछले पांच वर्षाें के दौरान मूलचंद शर्मा ने बल्लभगढ़ में खूब विकास कार्य सम्पन्न करवाए हैं, जिसकी बदौलत उनकी स्थिति आमजन में मजबूत मानी जा रही है।
पिछले विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो मूलचंद शर्मा ने 69074 वोट हासिल करते हुए कांग्रेस उम्मीदवार लखन कुमार सिंगला को 53098 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। सिंगला को केवल 15976 वोट ही हासिल हुए थे। इस बार मूलचंद शर्मा का मुकाबला पूर्व विधायक आनंद कौशिक से है, जो कांग्रेस के उम्मीदवार है।
फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र
फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र की बात की जाए तो यहां से पूर्व कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल का टिकट काटकर नरेंद्र गुप्ता को टिकट दिया गया है। हालांकि शुरुआत में नरेंद्र गुप्ता की स्थिति कमजोर मानी जा रही थी, परंतु विपुल गोयल के समर्थन की घोषणा के बाद अब उनका चुनाव उठने लगा है और उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार लखन कुमार सिंगला सेे है। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से चुनाव लड़े विपुल गोयल ने 72679 वोट हासिल कर कांग्रेस उम्मीदवार आनंद कौशिक को 44781 वोटों के अंतर से हराया था। यहां से आनंद कौशिक को 27898 वोट हासिल हुए थे।
तिगांव विधानसभा क्षेत्र
तिगांव विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2014 की तरह फिर से कांग्रेस-भाजपा उम्मीदवार आमने-सामने हैं। यहां से कांग्रेस से मौजूदा विधायक ललित नागर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं तो भाजपा के टिकट पर राजेश नागर चुनावी दंगल में हैंं। इस सीट पर मुकाबला बेहद रोचक होता नजर आ रहा है। यहां से कृष्णपाल गुर्जर अपने पुत्र के लिए दावेदारी जता रहे थे, परंतु आखिरी समय में भाजपा की नीति के चलते उन्हें चुनावी रण से बाहर होना पड़ा।
पिछले विधानसभा चुनावों में यहां से कांग्रेस उम्मीदवार ललित नागर ने 55408 वोट हासिल करके भाजपा उम्मीदवार राजेश नागर 2938 वोटों के अंतर से हराया था। इस दौरान राजेश नागर को 52470 वोट मिले थे। अब फिर से यह दोनों नागर चुनावी रण में है और यहां मुकाबला बेहद रोमांचक होता नजर आ रहा है।
पृथला विधानसभा क्षेत्र
यहां से भाजपा ने इस बार सोहनपाल छोकर को उम्मीदवार बनाया है, जबकि पिछले दो विधानसभा चुनावों में नयनपाल रावत भाजपा उम्मीदवार थे। पिछले चुनाव में 1179 वोटों से हारने के बाद रावत टिकट के मजबूत दावेदार थे, परंतु आखिरी समय में पार्टी ने सोहनपाल छोकर को टिकट दे दिया। इस विधानसभा चुनाव पर अब सीधा मुकाबला भाजपा उम्मीदवार सोहनपाल छोकर और कांग्रेस उम्मीदवार रघुबीर सिंह तेवतिया के बीच देखा जा रहा है।
पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से बसपा उम्मीदवार टेकचंद शर्मा ने 37178 वोट हासिल कर भाजपा उम्मीदवार नयनपाल रावत को 1179 वोटों से हराया था। इस दौरान रावत ने 35999 वोट हासिल किए थे। इस सीट पर भी मुकाबला बेहद दिलचस्प माना जा रहा है। एजेंसी हिस