इंग्लैंड के लिए टेस्ट में सबसे तेज अर्धशतक जमाने वाले संयुक्त रूप से तीसरे बल्लेबाज बने स्टुअर्ट ब्रॉड
मैनचेस्टर। वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच के दूसरे दिन 45 गेंदों में बेहतरीन 62 रनों की पारी खेलने वाले स्टुअर्ट ब्रॉड ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर ली है। ब्रॉड ने नौवें नंबर पर आकर अर्धशतकीय पारी खेली और इसी के साथ उन्होंने एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
ब्रॉड ने मैनचेस्टर टेस्ट में 33 गेंदों पर अर्धशतक जमाया और इसी के साथ वह इंग्लैंड के लिए टेस्ट में सबसे तेज अर्धशतक जमाने वाले संयुक्त रूप से तीसरे बल्लेबाज बन गए।
इंग्लैंड के लिए टेस्ट में सबसे तेज अर्धशतक जमाने का रिकार्ड इयान बॉथम के नाम हैं। उन्होंने 1981-82 में भारत के खिलाफ दिल्ली में 28 गेंदों पर अर्धशतक जमाया था। दूसरे नंबर पर भी बॉथम ही हैं। बॉथम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ द ओवल में 32 गेंदों पर अर्धशतक जमाया था।
ब्रॉड, पूर्व बल्लेबाज एलन लैम्ब और पूर्व ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ के साथ इंग्लैंड के लिए सबसे तेज अर्धशतक जमाने के मामले में संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं। लैम्ब ने 1991-92 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 33 गेंदों में ही अर्धशतक जमाया था। वहीं फिलंटॉफ ने 2001-02 में न्यूजीलैंड के खिलाफ ही 33 गेंदों पर अर्धशतक जमाया था।
शेन वार्न से प्रेरणा लेकर अपनी बल्लेबाजी में किया सुधार : स्टुअर्ट ब्रॉड
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा है कि उन्होंने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वार्न से प्रेरणा लेकर अपनी बल्लेबाजी में सुधार किया है। ब्रॉड ने इंग्लैंड के लिए तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच की पहली पारी में संयुक्त तीसरा सबसे तेज अर्धशतक लगाया। ब्रॉड ने इस मैच में 45 गेंदों में 62 रनों की पारी खेली।
ब्रॉड ने कहा, ‘रणनीतिक रूप से ऐसा करना सही था… उन्होंने (मूर्स) मुझे शेन वार्न का उदाहरण दिया जो क्रीज पर कभी कभी काफी सहज नहीं दिखते थे लेकिन गेंद को अलग अलग जगह मार सकते थे और काफी प्रभावी थे, विशेषकर 2005 एशेज में।’
उन्होंने कहा, ‘काफी गैरपारंपरिक, मैदान के विभिन्न हिस्सों में शॉट खेलना, मैंने इसे देखा, वह ऐसा कैसे करता है इस पर थोड़ा रिसर्च किया और फैसला किया कि यह मेरे लिए इसे आजमाने के लिए अच्छा दिन है।’
ब्रॉड जिस समय बल्लेबाजी करने उतरे उस समय इंग्लैंड की टीम 280 रन पर आठ विकेट गंवा चुकी थी,लेकिन इसके बाद ब्रॉड की आतिशी पारी की बदौलत इंग्लैंड की टीम 369 रनों तक पहुंचने में सफल रही।
ब्रॉड ने कहा, ‘बल्लेबाजी काफी अजीब चीज है। सुबह अगर आप मुझे कहते कि मैं 10 रन बनाऊंगा तो काफी खुश होता और फिर आपने 60 रन बनाए और निराश हो गए कि 70 रन नहीं बना पाए।’ उल्लेखनीय है कि ब्रॉड को पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड की टीम में शामिल नहीं किया गया था। पहला मैच वेस्टइंडीज ने जीता था। उन्होंने दूसरे टेस्ट के लिए इंग्लैंड की टीम में वापसी की और टीम की जीत में अहम योगदान दिया। (एजेंसी, हि.स.)