मुख्यमंत्री योगी का 35,818 ग्राम रोजगार सेवकों को तोहफा, खाते में डाले 225.39 करोड़ रुपए
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राज्य के ग्राम रोजगार सेवकों को बड़ा तोहफा दिया है। उन्होंने मनरेगा के ग्राम रोजगार सेवकों को उनका बकाया मानदेय बैंक खातों में हस्तांतरित किया है।
मुख्यमंत्री ने पांच कालिदास मार्ग स्थित अपने सरकारी सरकारी अवास पर आयोजित कार्यक्रम में डीबीटी के जरिए 35,818 ग्राम रोजगार सेवकों के बैंक खाते में 225.39 करोड़ रुपये ऑनलाइन हस्तांतरित किए। इस मौके पर ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह (मोती सिंह) और राज्यमंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला भी मौजूद रहे।
इसी दौरान मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए प्रदेश भर के ग्राम रोजगार सेवकों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने ग्राम रोजगार सेवकों की समस्याएं दूर करने का आश्वासन भी दिया।
मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायत में प्रवासी श्रमिकों को नया जॉब कार्ड दिलाना एवं छूटे श्रमिकों के नाम जॉब कार्ड में जोड़ने के भी निर्देश दिए। उन्होंने पंचायत स्तर पर अधिक से अधिक प्रवासी व नियमित श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के लिए पर्याप्त संख्या में कार्य प्रारम्भ करने को कहा, जिससे इन लोगों का हित हो सके। कोराना के मद्देनजर मनरेगा में इच्छुक व प्रवासी ग्रामीण परिवारों को 100 प्रतिशत जॉब कार्ड व पूर्ण 100 दिवसों का रोजगार प्रदान करने का लक्ष्य है। इसके मद्देनजर प्रदेश के सभी जनपदों मेम मनरेगा कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है।
वहीं उत्तर प्रदेश ग्राम रोजगार सेवक संघ ने तीन साल का बकाया मानदेय देने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश कुमार सिंह प्रदेश, प्रदेश प्रभारी कमलेश कुमार गुप्ता, प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार मिश्रा और संगठन मंत्री मो. इस्माइल ने कहा है कि सरकार ने ग्राम रोजगार सेवकों को मानदेय प्रदान कर उनके हित में कदम उठाया है।