केंद्र सरकार के अधीनस्थ अस्पताल कोरोना उपचार के लिए दिए जाए: मुख्यमंत्री
मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में केंद्र सरकार के अधीनस्थ अस्पतालों को कोरोना उपचार के लिए दिया जाना चाहिए। इस संदर्भ में वह खुद केंद्र सरकार से बात कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि पिछले तीन महीने से राज्य सरकार कोरोना का मुकाबला कर रहा है। राज्य सरकार ने विभिन्न तरह की योजनाओं को अंजाम दिया है, इसलिए राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या नियंत्रण में है। इससे महाराष्ट्र में मरीजों के स्वस्थ्य होने की संख्या बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में रेलवे, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट, भारतीय सेना और अन्य केंद्र सरकार के अस्पताल उपलब्ध हैं। ये अस्पताल अगर राज्य सरकार को कोरोना उपचार के लिए मिलते हैं तो कोरोना उपचार में और अधिक मदद मिल सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय राज्य में मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उसी रफ्तार में राज्य में मरीजों के ठीक होने की संख्या भी बढ़ रही है। केंद्र सरकार ने मई महीने में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई है, इसलिए राज्य सरकार की ओर से मुंबई और पुणे सहित अन्य शहरों में आयसोलेशन और आईसीयू बेड्स का इंतजाम कर रही है। इसे देखते हुए मुंबई में महालक्ष्मी रेसकोर्स, नेहरू साइन्स सेंटर, नेहरू प्लेटेनेमियम, गोरेगांव एक्झिबिशन सेंटर, जेजे अस्पताल के पास रिचर्डसन क्रुडासकंपनी की जगह, बांद्रा -कुर्ला कांम्प्लेक्स आदि जगह पर आयसोलेशन और आईसीयू बेड्स की सुविधा की गई है। इसी तरह पुणे में भी अतिरिक्त बेड्स की भी व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन में आंशिक स्तर पर छूट दिए जाने से राज्य में अन्य राज्यों ने नागरिक लौटने लगे हैं। इसलिए मरीजों की संख्या बढ़ने से आईसीयू बेड्स और आईसोलेशन बेड की भी आवश्यकता बढ़ने वाली है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार बड़ी इमारतों की जगह कोरोना उपचार के लिए अधिग्रहित करना चाहती है। (एजेंसी, हि.स.)