केंद्र व्यापारियों की आर्थिक मदद कर गरीबों के लिए भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करे : कांग्रेस
नई दिल्ली। कोरोना महामारी तथा लॉकडाउन को लेकर कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर केंद्र सरकार से गरीब और जरूरतमंद लोगों के खाते में नकदी पहुंचाने तथा उनके लिए भोज्य पदार्थों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने पर जोर दिया। विपक्षी पार्टी ने प्रमुख अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी के उन कथनों का भी समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कहा कि व्यापारियों-गरीब मजदूरों को आर्थिक सहायता दिया जाना प्राथमिकता होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी के लिए खाने की सुलभता का ध्यान रखना भी सरकार का काम है।
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष एवं पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुष्मिता देव ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रमुख विपक्षी पार्टी कोविड-19 महामारी की शुरुआत से ही लोगों को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग सरकार से करती रही है। अब तो अर्थशास्त्रियों ने भी कांग्रेस की मांगों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ अर्थव्यवस्था की चुनौतियों तथा कोरोना संकट से उबरने के विषय पर नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने भी कहा है कि सरकार को छोटे कारोबारियों को आर्थिक मदद पहुंचानी होगी। अभिजीत ने कहा कि उद्योग एवं कारोबार को मजबूती प्रदान कर ही देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लौटया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से कारोबार पूरी तरह ठप हैं। ऐसे में सरकार को कुछ ऐसा सिस्टम लाना होगा जिससे देश के हर नागरित तक उनकी मदद पहुंचे।
सुष्मिता देव ने कहा कि पूरा देश कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में शामिल है लेकिन कुछ वर्ग ऐसे हैं जो आर्थिक तौर पर बहुत कमजोर हैं, जिन्हें तत्काल मदद की जरूरत है। लेकिन सरकार है कि उनकी ओर ध्यान देने के बजाय लगातार विषय को टालने में लगी है। उन्होंने बताया कि इस बाबत कांग्रेस ने राष्ट्रपति महोदय को भी पत्र लिखा तथा लगातार पत्रकार वार्ता के जरिए सरकार का ध्यान इस ओर खींचने की कोशिश की है। आज भी पार्टी की एक ही मांग है कि जरूरतमंद लोगों को आर्थिक मदद के साथ उनके खाने की उचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सबसे गंभीर समस्या है भोजन की। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वो सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत सभी के लिए भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम (एमएसएमई) के लिए प्रोत्साहन पैकेज की मांग भी करती रही है, लेकिन सरकार ने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई। अब अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने भी बाजार में मांग की कमी की समस्या को उठाया है। अभिजीत ने साफ शब्दों में कहा है कि व्यापारियों को जब तक आर्थिक तौर पर मजबूत नहीं किया जाएगा, तब तक अर्थव्यवस्था को फिर से खड़ा नहीं किया जा सकता। (एजेंसी, हि.स.)