विशेष खबर
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पत्रकारिता में कैरियर
– प्रमोद भार्गव आज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र से पत्रकारिता जुड़ गई है। इसीलिए पत्रकारिता में विविधता को प्रस्तुत करने…
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नेपाली संसद से हिंदी, धोती, कुर्ता बाहर
– डॉ. वेदप्रताप वैदिक नेपाल के प्रधानमंत्री खड़ग प्रसाद ओली अपने आप को कम्युनिस्ट कहते हैं लेकिन अपनी खाल बचाने…
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आयुर्वेद: हमारी निष्ठा एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों की छटपटाहट
– डॉ. मोक्षराज भारत में ही नहीं बल्कि प्राचीन सभ्यताओं वाले अनेक देशों को सांस्कृतिक, शैक्षिक एवं सामाजिक स्तर पर…
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गाँवः आर्थिक संयम की संस्कृति के केन्द्र
– हृदयनारायण दीक्षित गाँव भारत की प्रशासनिक लोकतांत्रिक इकाई है और वैदिक काल से ही सांस्कृतिक इकाई भी। ग्रामों के…
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निवेशक आयेंगे तभी होगा विकास
– आर.के. सिन्हा एक तरफ जब देश-दुनिया को कोविड-19 संक्रमण के कारण सिर्फ अशुभ समाचार ही मिल रहे हैं, उसी…
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मेंहदी हसनः गुलों में रंग भरे बादे-नौ-बहार चले
पुण्यतिथि पर विशेष – रमेश सर्राफ धमोरा मेंहदी हसन का नाम सुनते ही जेहन में उनकी गायिकी गूंजने लगती है।…
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गौरक्षा के लिए कड़े कानून ही काफी नहीं
– सियाराम पांडेय ‘शांत’ गाय और गंगा भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग हैं। सभी धर्मों में गाय के दूध, दही,…
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जागरूकता बढ़ाएंगी वर्चुअल रैलियां
– डॉ. दिलीप अग्निहोत्री केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने ऐतिहासिक उपलब्धियों के साथ अपना एक वर्ष पूरा किया। अगले…
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भारतीय अर्थव्यवस्था में दुग्ध उत्पादों का योगदान
– प्रमोद भार्गव दुनिया में दूध उत्पादन में अव्वल होने के साथ भारत दूध की खपत में भी अव्वल है।…
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कोरोना को दिल्ली-मुंबई में हराना क्यों जरूरी
– आर.के. सिन्हा कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए चले लॉकडाउन के बाद मजबूरी में अब धीरे-धीरे बाजार-दफ्तर और…
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