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BSF जवान को मिली सच बोलने की सजा,एलओसी से शिफ्ट कर मिला प्लंबर का काम .

नई दिल्ली , 11 जनवरी 2017 = खराब खाना दिए जाने और अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले BSF के जवान तेज बहादुर यादव को एलओसी से शिफ्ट कर प्लंबर का काम  दे दिया गया है। तेज बहादुर यादव के साथ किए गए इस व्यवहार से तेज बहादुर का परिवार काफी दुखी हैं . उनकी पत्नी शर्मिला  ने BSF के इस रवैये पर सवाल उठाते हुए पूछा है- ‘रोटी मांगना पाप नहीं है। मेरे पति पर लगे आरोपों की जांच होनी चाहिए।’ बता दें कि तेज बहादुर का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था और अब तक इसे 70 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है।

BSF ने दिए हैं जांच के आदेश.

जवान के आरोपों के बाद BSF के आईजी डीके उपाध्याय ने मंगलवार को जम्मू में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि हमारे लिए यह एक संवेदनशील मुद्दा है और इस बारे में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि जांच के बाद जो भी सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। आईजी ने कहा कि मैं यह मान सकता हूं कि ठंड की वजह से खाने का टेस्ट अच्छा न हो लेकिन आमतौर पर जवानों को इससे शिकायत नहीं होती है। अभी फिलहाल मैं इस मुद्दे पर कोई कमेंट नहीं करुंगा। जांच चल रही है अगर कोई खामी पाई जाती है तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीएसएफ आईजी ने कहा कि तेज बहादुर यादव के खिलाफ अतीत में अनुशासनहीनता के आरोप हैं, उसका कोर्ट मार्शल किया जा चुका है। आरोपी जवान अपने से सीनियर अधिकारियों पर गन तान देता था। इसलिए इसे हेडक्वॉर्टर में रखा गया था।

वीडियो पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा….

BSF ने इस पूरे मामले से संबंधित अंतरिम जांच रिपोर्ट होम मिनिस्ट्री को सौंप दी। मिनिस्ट्री ने बुधवार तक फाइनल रिपोर्ट देने को कहा है। गौरतलब है कि इससे पहले वीडियो सामने आने के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि- ‘बीएसएफ जवान की मुश्किल वाला वीडियो मैंने देखा है। मैंने गृह सचिव से कहा है कि वह तुरंत बीएसएफ से रिपोर्ट मांगे और उचित कार्रवाई करें।’ राजनाथ के आलावा जवान के वीडियो पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है था कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। लेकिन सीमा पर अपनी नियमित यात्रा के दौरान मैंने जवानों के बीच सब कुछ सही पाया था।

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