ब्रॉड ने खोला अपनी सफलता का राज, कहा-अपनी गेंदबाजी तकनीक में किया बदलाव
मैनचेस्टर। वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में 10 विकेट लेकर इंग्लैंड के 269 रनों की बड़ी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्राॅड ने कहा कि उन्होंने अपने खेल में कुछ तकनीकी बदलाव किया है,जिसका फायदा उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में मिला।
ब्रॉड ने कहा कि उन्होंने अपने रन-अप को बदल दिया है और वह कोशिश करते हैं कि बल्लेबाजों को अधिक से अधिक खेलने के लिए मजबूर करें।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की आधिकारिक वेबसाइट ने ब्रॉड के हवाले से कहा, “मुझे लगता है कि मैं वैसी ही गेंदबाजी कर रहा हूं, जैसी पहले करता था। मैंने कुछ तकनीकी काम किए हैं और पिछले 18 महीनों में अपना रन-अप बदला है। मैं स्टंप को टारगेट करता हूं और कोशिश करता हूं कि बल्लेबाजों को ज्यादा से ज्यादा गेंद खिलाउं। यह एक सामरिक बात है जो मुझे वास्तव में एक रोमांचक स्तर पर ले गई है।”
बता दें कि वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट से बाहर रहने के बावजूद ब्रॉड ने बाकी बचे दो मैचों में 16 विकेट हासिल किए। उन्होंने तीसरे टेस्ट में 10 विकेट लिए जिससे इंग्लैंड को तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला जीतने में मदद मिली। उनके इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया। इसके अलावा, ब्रॉड मंगलवार को 500 टेस्ट विकेट दर्ज करने वाले इंग्लैंड के दूसरे गेंदबाज बन गए हैं। टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों सूची में ब्रॉड सातवें स्थान पर पहुंच गए हैं।
अपने लिए कभी कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया : स्टुअर्ट ब्रॉड
वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी और निर्णायक टेस्ट मैच में 10 विकेट लेकर इंग्लैंड की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा कि उन्होंने अपने लिए कभी कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से बाहर रहने के बावजूद ब्रॉड ने तीसरे टेस्ट में कुल 10 विकेट लिए। उन्होंने पहली पारी में छह विकेट लिए थे। वह 2013 के बाद से पहली बार एक टेस्ट मैच में कुल 10 विकेट लेने में सफल रहे हैं।
मैन ऑफ द सीरीज और मैन ऑफ द मैच चुने जाने के बाद ब्रॉड ने कहा,”मैंने कभी भी कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया। आप ऐसा प्रदर्शन करना चाहते हैं जिससे कि टीम को जीत मिले।”
टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट हासिल करने पर ब्रॉड ने कहा कि यह उपलब्धि हासिल करना खुशी की बात है और यह उपलब्धि तब और खास हो जाती है, जब आपकी टीम उसी दिन मैच और श्रृंखला दोनों में जीत हासिल करे।
उन्होंने आगे कहा,”मैंने अपने करियर के शुरुआती दौर से अब तक बहुत कुछ सीखा है। मैं फिलहाल तरोताजा महसूस कर रहा हूं और आग भी खेलने के लिए उत्सुक हूं। मैंने तकनीकी तौर पर अपनी गेंदबाज पर काम किया है इसी वजह से मैं अच्छी लय हासिल कर सका हूं। अब मैं पाकिस्तान के खिलाफ आगामी श्रृंखला में खेलने का इंतजार कर रहा हूं।”
बता दें कि ब्रॉड ने तीसरे टेस्ट की दोनों पारियों में 67 रन देकर 10 विकेट हासिल किए हैं । इसी दौरान 34 वर्षीय ब्रॉड टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट झटकने वाले चौथे तेज गेंदबाज और ओवरआल सातवें गेंदबाज बन गए हैं। (एजेंसी, हि.स.)