बंगाल के सभी विधानसभा क्षेत्रों में वर्चुअल रैली करेगी भाजपा
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में 2021 में होने वाला विधानसभा चुनाव करीब आता जा रहा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 में से 18 सीटों पर जीत दर्ज कर सत्ता का विकल्प बन चुकी भाजपा अब ममता बनर्जी से कुर्सी छीनने के लिए हर रणनीति बनाकर उसे लागू करने में जुट गई है.
खबर है कि पार्टी अब राज्य के सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों में वर्चुअल रैली करेगी.प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने इसकी पुष्टि की है.
राहुल सिन्हा ने बताया कि वर्चुअल रैली करने से अधिक लोगों के साथ संवाद करना संभव हो पा रहा है.उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पूरी पार्टी फिलहाल भारतीय जनता पार्टी से डरती है.इसलिए हमारे कार्यक्रम को रोकने के लिए पूरी सरकार को लगा दिया जाता है.इसलिए अगर जमीनी स्तर पर कार्यक्रम होते हैं तो तृणमूल कांग्रेस के संरक्षित अपराधी हमला करते हैं.रैली नहीं करने की चेतावनी पुलिस की ओर से दी जाती है लेकिन वर्चुअल रैली करने में कोई रोक-टोक नहीं है.सभी के हाथ में मोबाइल है और लोग आसानी से पार्टी से जुड़ जाते हैं.
इसकी बानगी गत 9 जून को देखने को मिली थी जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बंगाल के लोगों से वर्चुअली जुड़े थे.तब करीब ढाई करोड़ लोगों ने उनके कार्यक्रम में शिरकत की थी.उसके बाद जोन वाइज वर्चुअल रैलियां चल रही हैं.
पार्टी के कई वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों ने वर्चुअल जरिए से बंगाल के लोगों से सीधा संवाद किया है.6 जुलाई को अंतिम रैली पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की होगी.वह भी दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय से वर्चुअल जरिए से बंगाल के लोगों से मुखातिब होंगे.उसके बाद पार्टी राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में रैली का सिलसिला शुरू करेगी.
हालांकि फिलहाल यह तय नहीं है कि किस विधानसभा क्षेत्र में कब से रैली की शुरुआत होगी.उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी है.केंद्रीय नेतृत्व से लगातार निर्देश मिल रहे हैं.उन्हीं के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेंकने पर काम किया जा रहा है.
पश्चिम बंगाल में 23 जिले हैं जिसे भारतीय जनता पार्टी ने जनसंपर्क में सुविधा के लिए 29 संगठनात्मक जिलों में बांटा है.चुनाव के हिसाब से सभी सांगठनिक जिलों की जिम्मेवारी किसी न किसी केंद्रीय मंत्री या राज्य के वरिष्ठ नेता को दी जाएगी.इसके साथ ही विधानसभा स्तर पर भी रणनीति तय की गई है.इन रैलियों में पार्टी की प्रदेश इकाई आत्मनिर्भर भारत के तहत घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की महत्ता और पश्चिम बंगाल सरकार की विफलता को भी उजागर करेगी. (एजेंसी, हि.स.)