असम : जबरन खुले बाजार को बंद कराने गई पुलिस पर पत्थराव, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
बंगाईगांव (असम) । वैश्विक महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री ने पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया है। ऐसे में कुछ उपद्रवी तत्व लॉकडाउन का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इस कड़ी में शनिवार को बंगाईगांव जिला के भाउलागुरी के बड़ीबजार में हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई।
स्थानीय लोगों की सूचना पाकर बाजार बंद कराने के पहुंची पुलिस ने व्यवसायियों को समझाकर बाजार बंद कराने की कोशिश की। इस बीच कुछ उपद्रवी व्यवसायी पुलिस के साथ बहस करने लगे। देखते ही देखते कुछ व्यवसायी पुलिस वालों पर पत्थराव करने लगे। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को बाजार से खदेड़ा। लाठीचार्ज के बावजूद हालात काबू में नहीं आया तो पुलिस को कई राउंड हवा में फायरिंग भी करनी पड़ी, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर किया जा सका। इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। स्थानीय लोगों ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि कुछ उपद्रवियों के चलते यह घटना घटी है। लोगों ने ऐसे तत्वों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। इस संबंध में पुलिस ने चार उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। जबकि इस घटना के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार व्यक्ति की पुलिस ने शिनाख्त कर लिया है। पुलिस सूत्रों ने बताया है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
राज्य सरकार ने अत्यावश्यक सामानों की आसान उपलब्धता के लिए किराना की दुकान, फॉर्मेसी के साथ ही सब्जी और फल की दुकानों को खोलने का निर्देश दिया था। लेकिन पिछले दो दिनों से लोग सब्जी व फल की मंडियों में भारी भीड़ करने लगे। जिसको देखते हुए शुक्रवार को राज्य के मुख्य सचिव कुमार संजय कृष्ण के नेतृत्व में गठित टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। जिसमें तत्काल प्रभाव से सब्जी व फल की दुकानों को तुरंत बंद करने का निर्णय लिया गया था। टास्क फोर्स ने किराना की दुकानों पर ही सब्जी, अंडा, फल, पेयजल मुहैया कराने का निर्णय लिया था। जबकि मछली व मांस की दुकानों को अगले एक अप्रैल तक बंद करने का निर्णय लिया गया। एक अप्रैल को इसकी समीक्षा के बाद मछली व मांस की दुकानों को खोलने का निर्णय लिया जाएगा।