कोरोना का बढ़ा कहर ।। फिर बंद होंगे लोकल ट्रेन के दरवाजे !
मुंबई. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई व उपनगरों में (Corona raised in Mumbai ) एक बार फिर दूसरी बार कोरोना का कहर टूट पड़ा है. ऐसे में आम लोगों के लिए कोरोना के चलते लगातार 320 दिन तक बंद रहने के बाद पिछली 1 फरवरी से आम लोगों के लिए शुरू की गई लोकल ट्रेन (Mumbai local train) के दरवाजे फिर बंद हो सकते हैं.
मुंबई की ‘लाइफलाइन’ कही जाने वाली लोकल ट्रेन के शुरू होते ही जैसे लोंगो की जिंदगी पटरी पर आ गई, परंतु इसके साथ कोरोना की भी तेजी से वापसी होने लगी. पिछले साल मार्च की तरह ही इस साल भी मार्च में अचानक कोरोना कहर बरपा रहा है.
- कड़क लॉकडाउन के संकेत
- स्टेशनों पर हो रही भारी भीड़
बताया गया है,कि मुख्यमंत्री ने भी फिर से कड़क लॉकडाउन को लेकर नियम बनाने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. कुछ लोगों का मानना है कि सभी लोगों के लिए लोकल शुरू किए जाने के बाद से कोरोना मामलों में तेजी आ गई है. इस समय सबेरे- शाम के साथ दोपहर में भी लोकल ट्रेनों में लॉकडाउन के पहले जैसा नजारा दिखाई दे रहा है. लोकल ट्रेन की सेवाएं आम लोगों के लिए सुबह 7 बजे तक, फिर दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक और रात 9 बजे से सेवा समाप्ति तक उपलब्ध कराई गईं हैं.
इन समयों में लोकल में खचाखच भीड़ हो रही है. ऐसे में फिर से आम लोगों के लिए लोकल बंद किए जाने पर विचार किया जा रहा है. 1 फरवरी के पहले मुंबई में कोरोना के मामले प्रतिदिन 500 से कम थे,परंतु इस समय कोरोना संक्रमण के मामले मुंबई व उपनगरों में 10 गुना से ज्यादा बढ़ गए हैं. मुंबई में पिछले कुछ दिनों से रोजाना 4 हजार ज्यादा मरीज निकल रहे हैं. इसी तरह ठाणे, नवी मुंबई एवं उपनगरों में भी कोरोना संक्रमण बढ़ा है. लोकल ट्रेन में यात्रियों को सावधान करते हुए मास्क पहनने की अपील की जा रही है,परंतु भीड़ की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है.
मध्य रेलवे के सीपीआरओ शिवाजी सुतार के अनुसार बीएमसी के सहयोग से मास्क न पहनने वाले यात्रियों के खिलाफ रोजाना कार्रवाई की जा रही है. मध्य व पश्चिम रेलवे पर बिना मास्क वाले यात्रियों से अब तक 22 लाख रुपए से ज्यादा की दंडात्मक वसूली बीएमसी की मदद से की गई है.
सोशल डिसटेंसिंग मुश्किल
बढ़ती भीड़ की वजह से लोकल ट्रेनों में सोशल डिसटेंसिंग का पालन मुश्किल नजर आ रहा है. पश्चिम रेलवे के वसई, विरार,नालासोपारा, भायंदर, अंधेरी, बोरीवली स्टेशनों पर लोकल यात्रियों की भारी भीड़ होती है. इसी तरह मध्य रेलवे के सीएसएमटी ,दादर कल्याण,ठाणे,घाटकोपर. कुर्ला स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ हो रही है. इसके पहले 11 माह लोकल बंद होने से लोगों का काफी आर्थिक नुकसान हुआ है. यात्रियों का कहना है कि यदि फिर से लोकल बंद हुई तो भुखमरी की नौबत आ जाएगी.
45 से 50 लाख यात्री कर रहे है यात्रा
इस समय मध्य व पश्चिम रेलवे की लोकल से रोजाना 45 से 50 लाख लोग यात्रा कर रहे हैं. शर्तों के अनुसार सभी के लिए मुम्बई उपनगर नेटवर्क पर 2,985 लोकल ट्रेन चल रही हैं , जो कुल सेवाओं का करीब 95 प्रतिशत है. लॉकडाउन से पहले सामान्य दिनों में मध्य रेलवे रोजाना 1,774 सेवाओं, जबकि पश्चिमी रेलवे 1,367 सर्विस का संचालन करती थी और लगभग 75 लाख लोग रोजाना यात्रा करते थे.