विस चुनाव : पिता के लिए बेटे ने दी कुर्बानी
मुंबई । भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन होने के साथ ही यह अनुमान भी लगाया जा रहा था कि बेलापुर विधानसभा सीट से गणेश नाईक को भाजपा उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन पार्टी ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेरते हुए मंदा म्हात्रे के नाम की घोषणा कर दी। इसके बाद से यह उम्मीद जतायी जा रही थी कि गणेश नाईक पिता-पुत्र निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन बुधवार को 56 नगरसेवकों के साथ हुई बैठक के बाद पांसा ही पलट गया। संदीप नाईक ने पिता के लिए एरोली विधानसभा सीट से अपना टिकट उन्हें समर्पित कर दिया। ऐसा करने के बाद समर्थकों में जहां खुशी देखी गई वहीं शहर में इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि पिता के लिए बेटे ने कुर्बानी दे दी।
गणेश नाईक का टिकट कटने के बाद आगे की रणनीति तय करने के लिए बुधवार को 56 नगरसेवकों सहित कार्यकर्ताओं को महापौर बंगले पर आमंत्रित किया गया था, जहां सैकड़ों की संख्या में पहुंचे नाईक समर्थकों ने उन्हें चुनाव मैदान में उतरने का सुझाव दिया। इस दौरान संदीप नाईक और संजीव नाईक भी उपस्थित थे। कार्यकर्ताओं की मंशा को भांपते हुए संदीप ने एरोली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा करते हुए पिता के लिए अपनी सीट छोड़ दी। भाजपा के नवी मुंबई जिलाध्यक्ष रामचंद्र घरत के समक्ष वाशी स्थित नवी मुंबई स्पोर्ट्स क्लब में अपना एबी फॉर्म गणेश नाईक को सुपुर्द करते हुए उन्होंने कहा कि यहां से बतौर भाजपा उम्मीदवार के रूप में गणेश नाईक चुनाव लड़ेंगे। गणेश नाईक गुरुवार को पर्चा भरेंगे।