जेल में बंद गुरमीत राम रहीम की जगह इस महिला ने संभाली डेरा सच्चा सौदा की कमान , जाने कौन ……
रोहतक (ईएमएस)। साध्वी के साथ रेप के मामले में दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पिछले छह महीने से जेल में बंद हैं। अब उसकी मां नसीब कौर ने डेरे की कमान संभाल ली है। नसीब कौर हर सप्ताह राजस्थान के गंगानगर जिले के गुरसर मोडिया गांव स्थित राम रहीम के पैतृक घर से कम से कम एक बार भक्तों से मिलने रोहतक के डेरा मुख्यालय जरूर आती हैं। सूत्रों ने बताया करीब 70 साल की नसीब कौर अक्सर रविवार को आती हैं, जब सिरसा में डेरा समर्थक ‘नाम चर्चा’ के लिए इकट्ठा होते हैं। कभी नाम चर्चा के दौरान हजारों लोग इकट्ठा होते थे, लेकिन अब यह संख्या काफी कम हो गई है। नाम चर्चा के दौरान राम रहीम की तस्वीर कुर्सी पर रख दी जाती है। नाम चर्चा के दौरान लाउड स्पीकर भी लगाया जाता है।
नसीब कौर, हालांकि कुछ बड़े कार्यक्रमों में दिखाई देती हैं लेकिन वह गुरसर मोडिया वापस लौट जाती हैं। वह अक्सर रोहतक की सुनारिया जेल जाती हैं, जहां गुरमीत को जेल में बंद किया गया है। रेप मामले में गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट ने दोषी ठहराया था और वह 20 साल जेल की सजा काट रहा है। गुरमीत को दोषी ठहराए जाने के एक महीने बाद नसीब ने घोषणा की थी कि उनका नाती जसमीत इंसान डेरे का अगला वारिस होगा।
किसी कामकाजी व्यक्ति जितनी ही व्यस्त होती हैं गृहणियां : हाईकोर्ट
नसीब ने दावा किया कि जसमीत को वारिस नियुक्त करने का फैसला वर्ष 2007 में लिया गया था। उस समय गुरमीत पर सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह की नकल करने का आरोप लगा था। सिखों ने इसका विरोध किया था। नसीब का वारिस नियुक्त करने फैसला अब तक डेरा प्रमुखों की नियुक्ति की परंपरा से एकदम उलट है। अब तक किसी डेरा प्रमुख ने अपने बेटे को अपना वारिस नियुक्त नहीं किया था। पिछले कुछ महीनों में नसीब कौर डेरा का चेहरा बनकर उभरी हैं। अपने अच्छे दिनों में गुरमीत नसीब कौर को राजमाता कहकर बुलाता था। गुरमीत के कुछ प्रशंसक अभी भी उन्हें राजमाता के नाम से ही बुलाते हैं।
नसीब और उनके परिवार के सदस्यों ने डेरा की 45 सदस्यीय कोर कमिटी का प्रभार संभाल लिया है। कमिटी के दो सबसे प्रभावशाली सदस्य इसकी अध्यक्ष विपासना इंसा और प्रवक्ता डॉक्टर आदित्य इंसा छिप गए हैं। इन पर हिंसा भड़काने का आरोप है। राम रहीम के शैक्षणिक संस्थान और अस्पताल फिर से खुल गया है। हालांकि सरकार की इस पर कड़ी नजर है।