पेरिस (ईएमएस)। बेल्जियम की एक अदालत ने सालाह अब्देसलाम को ब्रसेल्स में पुलिस के साथ गोलीबारी मामले में आतंकवाद से जुड़े हुए हत्या के प्रयास का दोषी करार दिया और उसे 20 साल जेल की सजा सुनाई। सालाह पेरिस हमले का एकमात्र जीवित बचा संदिग्ध है। राजधानी ब्रसेल्स स्थित अदालत ने अपने फैसले में कहा कि इस बात में कोई शंका नहीं है कि इस आतंकवादी घटना में जिहादी सालाह अब्देसलाम और उसके साथी सोफियान अयारी शामिल था।
प्रॉसीक्यूशन ने अपनी दलील में दोनों के लिए 20 साल जेल की सजा की मांग की थी। लेकिन फैसले के वक्त न तो 28 वर्षीय अब्देसलाम और न ही अयारी (24) अदालत में मौजूद था। फ्रांस की जेल में कैद अब्देसलाम के खिलाफ पेरिस हमलों को लेकर अलग से चल रही सुनवाई लंबित है। साल 2015 में हुए इस हमले में 130 लोगों की मौत हो गई थी। पेरिस हमलों के बारे में मिली खूफिया सूचना के आधार पर पुलिस ने 15 मार्च-2016 को ब्रसेल्स के फॉरेस्ट इलाके में एक फ्लैट पर छापा मारा था और इस दौरान हुई गोलीबारी में चार पुलिस अधिकारी घायल हो गए थे।
अब्देसलाम बेल्जियम मूल का फ्रांसीसी नागरिक है। पेरिस हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादी सेल से जुड़े हुए आत्मघाती बम हमलावरों ने ही 22 मार्च को ब्रसेल्स हवाईअड्डे और एक मेट्रो स्टेशन पर हमला किया था, जिसमें 32 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे। फैसले में कहा गया कि अब्देसलाम ने अपनी मां के नाम एक चिट्ठी भी लिखी थी, जिसमें उसने लिखा, अल्लाह ने मुझे रास्ता दिखाया और मेरी राह खोलने के लिए उसने मुझे भी अपने मुलाजिमों में शामिल किया। यही वजह है कि मैं अल्लाह के दुश्मनों से अपनी पूरी ताकत से लड़ा। उसने कहा, मेरे भाई ब्राहिम ने खुदकुशी नहीं की। वह इस्लाम का सूरमा है। ब्राहिम ने पेरिस हमलों के दौरान खुद को बम से उड़ा लिया था। फैसले को देखते हुए बेल्जियम पुलिस ने वहां की अदालत ‘पैलेस ऑफ जस्टिस’ भवन के आसपास कड़ी सुरक्षा की थी।