36 करोड़ रुपए के पुराने नोटों के साथ पकड़े गए नौ आरोपियों का टेरर फंडिंग से कोई संबंध नहीं : NIA
नई दिल्ली, 01 फरवरी (हि.स.)। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा है कि 36 करोड़ रुपए के पुराने नोटों के साथ पकड़े गए नौ आरोपियों का टेरर फंडिंग से कोई संबंध नहीं है। अब उनके खिलाफ पुराने नोट रखने संबंधी केस चलाया जाएगा।
इन आरोपियों को पिछले साल नवंबर में एनआईए ने गिरफ्तार किया था। उनमें से एक दिल्ली पुलिस का अधिकारी भी शामिल है। पुलिस ने इन्हें दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके से चार वाहनों के साथ पकड़ा था। इनके पास से पांच सौ और एक हजार रुपए के पुराने नोटों से भरे 28 कार्टन बरामद किए गए थे।
इन आरोपियों में प्रदीप चौहान और भगवान सिंह दिल्ली के, विनोद श्रीधर शेट्टी और दीपक टोपरानी मुंबई के, एजाजुल हसन अमरोहा का, जसविंदर सिंह नागपुर का, उम्र मुश्ताक डार, शाहनवाज मीर और युसूफ सूफी जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। इन्हें गिरफ्तार करने के बाद एनआईए ने उनके खिलाफ जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग का आरोप लगाया था। लेकिन अब एनआईए ने अपने रुख में बदलाव करते हुए नई अलर्जी दायर कर कहा है कि उनका संबंध टेरर फंडिंग से नहीं है।