अभी नहीं सुलझा है ‘सुप्रीम’ जजों का विवाद
नई दिल्ली, 16 जनवरी (हि.स.)। सोमवार के अपने बयान से पलटते हुए अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा है कि
सुप्रीम कोर्ट का विवाद अभी थमा नहीं है। वेणुगोपाल ने कहा कि ऐसा लगता है कि न्यायिक संकट नहीं सुलझा है और इसके 2-3 दिनों में पूरी तरह सुलझने की उम्मीद है।
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने भी कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में संकट का समाधान इस हफ्ते के अंत तक होने की उम्मीद है। आज भी चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा समेत सभी पांचों वरिष्ठतम जजों की बेंच ने देर से सुनवाई शुरू की।
बतादें कि 17 जनवरी से सुप्रीम कोर्ट की संविधान बेंच जिन आठ महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई शुरू करेगी, उनमें प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले चार वरिष्ठ जजों में कोई भी जज शामिल नहीं है। ये संविधान बेंच आधार की वैधता, समलैंगिक संबंधों को अपराध करार देने वाली धारा-377, भारतीय दंड संहिता की धारा-497 के तहत व्याभिचार कानून, सबरीमाला मन्दिर में महिलाओं की एंट्री जैसे अहम मामलों को सुनेगी।
इस बेंच में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के अलावा, जस्टिस एके सिकरी, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस अशोक भूषण शामिल हैं। अहम बात यह है कि इससे पहले भी इसी संविधान पीठ ने पांच महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई की थी, जिनमें केंद्र व दिल्ली सरकार के अधिकारों का विवाद भी शामिल था।