पटना, सनाउल हक़ चंचल
पटना : बालू और गिट्टी के मुदृे को लेकर आरजेडी ने गुरुवार को बिहार बंद रखा था. इस दौरान आरजेडी समर्थकों ने पूरे पटना जिले में उग्र प्रदर्शन भी किया. जगह—जगह जबरन दुकानें बंद कराई. रोड जाम किया, गाड़ियों को चलने नहीं दिया. यहां तक की बंद समर्थक ट्रक और ट्रैक्टर मालिकों ने रोड पर ही अपनी गाड़ी खड़ी कर दी. दूसरे किसी भी गाड़ी को आने—जाने नहीं दिया.
बंद समर्थकों के उत्पात को पटना पुलिस ने काफी गंभीरता से लिया है. इन सभी के खिलाफ पुलिस अब कड़ी कार्रवाई करने जा रही है. पटना जिले 9 थानों में इनके खिलाफ कुल 39 एफआईआर दर्ज किए गए हैं. इनमें से 28 एफआईआर सिर्फ वैसे लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है, जिन्होंने अपने ट्रक और ट्रैक्टर को रोड खड़ा कर जाम लगाया.
जबकि बंद के दौरान उपद्रव मचाने वाले और आगजनी करने वालों के खिलाफ कुल 11 एफआईआर दर्ज किया गया है. एसएसपी मनु महाराज के अनुसार वाहन मालिकों के खिलाफ बिहटा में 10, मनेर में 7, पंडारक में 6, शाहपुर में 4 और सालिमपुर में एक एफआईआर दर्ज किया गया है. एसएसपी ने साफ किया कि इन गाड़ियों के नंबर पुलिस के पास हैं.
इनकी फोटो भी खिंची गई है. गाड़ी के नंबर के आधार पर उनके मालिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसी तरह उपद्रव मचाने वाले बंद समर्थकों के खिलाफ शगुना मोड़ में 3, मनेर में 2, शाहपुर, फुलवारी शरीफ, रूपसपुर, बिहटा, नेउरा और पंडारक में एक—एक एफआईआर दर्ज किए गए हैं. पटना पुलिस इन्हें भी बख्शने वाली नहीं है.
— 189 नेताओं और कार्यकर्ताओं की हुई गिरफ्तारी
पटना में दो थानों की पुलिस टीम ने बिहार बंद के दौरान आरजेडी के बड़े नेताओं समेत कुल 189 कार्यकताअें को अरेस्ट किया. जिसमें कोतवाली थाने की पुलिस टीम ने पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह, पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव और आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष डा. रामचन्द्र पूर्वे समेत 161 नेताओं और कार्यकर्ताओं को डाकबंग्ला चौरहा से गिरफ्तार किया. जबकि फुलवारी शरीफ थाने की पुलिस टीम ने शहीद चौक से 28 लोगों को पकड़ा. बाद में इन सभी को थाना से पीआर बांड भरवाकर छोड़ दिया गया.