गोपेश्वर, 19 दिसम्बर (हि.स.)। चमोली जिले की जिला चिकित्सा प्रबंधन समिति की जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में सोमवार को संपन्न बैठक में दिसम्बर 2017 से मार्च 2018 तक के लिए प्रस्तावित 1.23 करोड़ व्यय धनराशि समिति के समक्ष अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया गया।
जिलाधिकारी चमोली आशीष जोशी ने समिति को जिला चिकित्सालय में भविष्य की जरूरतों के अनुसार जिला चिकित्सालय में निर्माण कार्य करने तथा चिकित्सा उपकरणों की खरीद करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक ही तरह के कार्यों के लिए अलग-अलग टेंडर करने के बजाय एक साथ टेंडर किया जाए ताकि अनावश्यक समय बर्बाद न हो। इसके साथ ही उन्होंने चिकित्सालय सभी प्रकार के निर्माण कार्यों के शीघ्र कराने के निर्देश भी दिए। चिकित्सालय की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण की बात पर उन्होंने अतिक्रमणकर्ता को तत्काल नोटिस जारी करने के निर्देश सीएमएस को दिये। उन्होंने चिकित्सालय में साॅलिड बेस मैनेजमैंन्ट के लिए उचित प्रबंधन करने तथा नियमित साफ-सफाई रखने एवं समिति के प्रस्ताव पर जिला चिकित्सालय में निगरानी के लिए एक चौकीदार की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। बैठक के उपरान्त समिति के सभी सदस्यों ने जिला अस्पताल में विभिन्न वार्डों का निरीक्षण भी किया।
सीएमएस डॉ. विराज शाह ने कहा कि 01 अप्रैल 2017-18 को ब्याज, यूजर्स चार्जेज तथा कायाकल्प योजना से प्राप्त धनराशि एवं एफडीआर में जमा धनराशि सहित माह नवम्बर तक प्रबंधन समिति को 2.65 करोड़ की आय प्राप्त हुई है। वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए 1.64 करोड़ धनराशि का व्यय बजट प्रस्तावित है। नवम्बर माह तक उपकरण, लघु निर्माण, मजदूरी, प्रशिक्षण, अन्य कार्यालय व्यय में 38.27 लाख धनराशि व्यय की गई है। उन्होंने बताया कि अगामी तीन माह कि लिए विभिन्न मदों में प्रस्तावित व्यय 1.23 करोड़ है।
सीएमएस ने बताया कि जिला चिकित्सालय में आई सर्जन न होने के कारण विकलांग प्रमाण पत्र निर्गत नहीं हो पा रहे है तथा जिला अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं आई सर्जन की अति आवश्यकता है। बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष संदीप रावत, सांसद प्रतिनिधि रघुवीर सिंह बिष्ट, विधायक प्रतिनधि मोहन सिंह नेगी, मुख्य चिकत्सा अधिकारी डॉ भागीरथी जंगपांगी, सीएमएस डॉ विराज शाह, कोषाधिकारी दीपक चन्द्र भट्ट, प्रशासनिक अधिकारी डीएस नेगी आदि मौजूद रहे।