जोहान्सबर्ग, 20 नवम्बर (हि.स.)। दक्षिण अफ्रीका के डरबन शहर में शनिवार को भारत के महावाणिज्य दूत (कौंसल जनरल) के परिवार से सशस्त्र लुटेरों ने लूटपाट की और उन्हें परिवार के साथ अधिकारिक आवास में कुछ देर के लिए बंधक भी बनाए रखा। यह जानकारी सोमवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
रिपोर्ट के मुताबिक महावाणिज्य दूत शशांक विक्रम के परिवार, उनके घरेलू कर्मचारी और एक आगंतुक शिक्षक को इंस रोड स्थित उनके आवास पर बंधक बना लिया गया, उनमें दो बच्चे भी शामिल थे।
राजनयिक एसके पांडे ने बताया कि वे लोग ठीक हैं, लेकिन उन्हें सदमा पहुंचा है। किसी को भी शारीरिक नुकसान नहीं पहुंचा है। वेबसाइट इंडीपेंडेंट ऑनलाइन की खबर के अनुसार, एक घरेलू सहायक का मोबाइल फोन भी छीन लिया गया। घटना के बाद भारत ने दक्षिण अफ्रीका को वियना संधि के तहत राजनयिक कर्मचारियों और संपत्ति की सुरक्षा की उसकी ड्यूटी की याद दिलाई है।
इस बीच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, “ हमने संबंधित विभाग के सामने यह मामला उठाया है और इसकी जांच की जा रही है। हमें उम्मीद है कि दोषियों को शीघ्र पकड़कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
रवीश कुमार ने कहा कि विदेश में तैनात भारतीय राजदूतों और कर्मचारियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। साथ ही उनके परिवार की सुरक्षा के प्रति भारत सरकार प्रतिबद्ध है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दूत से बात कर उन्हें हर मुमकिन मदद का भरोसा दिलाया है।