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मौसम में नहीं आ रहा बदलाव, परेशान हो रहे किसान

कानपुर, 23 अक्टूबर (हि.स.)। दीपावली का त्योहार निकल चुका है लेकिन अब भी मौसम में बदलाव नहीं आ रहा है। जिसके चलते अधिक तापमान से फसलें सूख रहीं हैं और बुआई भी नहीं हो पा रही है। इससे किसान परेशान हो गयें हैं, किसानों को समझ में नहीं आ रहा है कि ऐसे मौसम में कैसे खेती करें। 

आम तौर पर दीवावली पर्व के बाद से मौसम का पूरी तरह से ठंडा होना जाना माना जाता है। बावजूद इसके इस साल यह बात उल्टी साबित हो रही है। दीपावली का पर्व गुजरने के बाद भी लोग गर्मी और उमस से परेशान हैं। दूसरी तरफ गर्मी ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। सूखती फसलों को देख उनके चेहरे भी मुरझा रहे हैं। तेज धूप के चलते हो रही भीषण गर्मी से आम जनजीवन बेहाल है। गर्मी के कारण राहों से गुजर रहे लोग छाया का सहारा लेना नहीं भूल रहे हैं, वहीं खेतों और अन्य स्थानों पर मेहनत करने वाले गर्मी से बचाव के लिए सुबह व शाम के समय का अधिक प्रयोग कर रहे हैं। 

मौसम के गर्म मिजाज के चलते कृषि कार्य बुरी तरह प्रभावित होने के साथ घाटे का सौदा साबित हो रहे हैं। गर्मी अधिक पड़ने के कारण मच्छरों व कीड़ों आदि का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा। इसके चलते बीमारियां भी अपना पैर पूरी तरह से जमाए हुए हैं। इससे मानसिक परेशानी के अलावा लोगों को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। 

इधर गर्मी ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। खेती किसानी में बेहतर उपज के लिए खाद, बीज के साथ पानी की महती भूमिका होती है। साथ ही मौसम अनुकूल मिल जाए तो किसान की बल्ले-बल्ले। वर्तमान हालातों के अनुसार किसान बेहद परेशान नजर आ रहा है मौसम अनुकूल न मिलने के कारण खेती किसानों का साथ नहीं दे पा रही है। प्रकृति के इस रुख से किसानों में बेहद बेचैनी है। 

सरसौल के किसान उमाकांत उमराव ने बताया कि चना, मसूर, सरसो की बुआई का समय आ गया है और धूप इस कदर है कि खेतों की नमी जा रही है। इसी तरह खड़ी फसलें भी सूख रहीं है। चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. अनिरूद्ध दुबे ने बताया कि इन दिनों अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए, लेकिन बीते एक सप्ताह से लगातार 35 डिग्री सेल्सियस के ऊपर रहता है। जिससे फसलों के लिए नुकसानदायक है। हालांकि सुबह और शाम की हल्की नमी काफी राहत दे रही है। पूर्वी हवाएं दो दिन में बदल जाएंगी। जिसके बाद मौसम में नमी आ जाएगी और फसल के लिए अनुकूल मौसम हो जाएगा। 

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