पटना, सनाउल हक़ चंचल-
आरा. शहर के जज कोठी मोड़ के समीप एम्बुलेंस में चलते-चलते अचानक आग लग गई। जिससे भगदड़ मच गयी। इस दौरान एम्बुलेंस में सवार मरीज समेत उनके परिजनों को बाहर निकालकर पब्लिक के सहयोग से आग को बुझाया गया। इसे लेकर वहां भीड़ लगी रही। एम्बुलेंस में अग्निरोधी यंत्र नहीं था। आसपास के दुकानदारों ने बाल्टी से पानी फेंक कर एम्बुलेंस में लगी आग को बुझाया। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
वाक्या सुबह करीब दस बजे की है। बताया जा रहा कि उदवंतनगर थाना के चौंराई-भेंलाई गांव निवासी मो. शमसुल की तबियत खराब थी। परिजन बेहतर इलाज के लिए उसे एम्बुलेंस से पटना ले जा रहे थे। रास्ते में आरा शहर में जज कोठी मोड़-पकड़ी के पास अचानक चलते-चलते एम्बुलेंस में आग लग गयी। धुआं व चिंगारी निकलते देख चालक दामोदर ने तुरन्त एम्बुलेंस को रोक दिया। इसके बाद अंदर से मरीज समेत उनके परिजनों को बाहर निकाला गया।
एम्बुलेंस में होते हैं ऑक्सीजन सिलेंडर, अग्निरोधी जरूरी
अधिकांश एम्बुलेंस में मरीजों की चिकित्सा सुविधा के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था रहती है। इससे मरीजों को आपात हालत में सांस देकर जान बचाई जाती है। लेकिन, ऑक्सीजन भरा सिलेंडर होने से अाग जल्दी लगने का खतरा भी होता है। शुक्र है कि इस एम्बुलेंस में आग भीड़-भाड़ वाले आरा शहर में लगी। जिससे लोगों ने आग बुझा दी। सोचिए, अगर आग सूनसान स्थान पर लगती तो क्या होता?
एम्बुलेंस में नहीं था अग्निरोधी यंत्र
आरा शहर में चलने वाले अधिकांश एम्बुलेंसों में अग्निरोधी यंत्र नहीं है। शुक्रवार की सुबह जिस एम्बुलेंस में अचानक आग लगी थी, उसमें भी यह यंत्र नहीं था। वहां पर मौजूद आसपास के दुकानदारों की मदद से एम्बुलेंस के अंदर पानी फेंककर आग को बुझाया।