स्वतंत्रता दिवस की 70 वीं वर्षगांठ पर PM मोदी ने अपने भाषण में कही ये 10 बड़ी बातें
नई दिल्ली : PM नरेंद्र मोदी ने देश की आजादी की 70वीं सालगिरह पर लालकिले पर अपना चौथा स्वतंत्रता दिवस भाषण दिया. इस भाषण के लिए उन्होंने लोगों से सुझाव मांगे थे. नतीजतन आठ हजार संदेश उनको मिले थे. उनके भाषण की 10 प्रमुख बातों पर एक नजर:
1. जन्माष्टमी की बधाई
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में आज आजादी के जश्न के साथ जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है. इस परिप्रेक्ष्य में सुदर्शन चक्रधारी से लेकर चरखा धारी मोहन तक के हम आभारी हैं.
2. गोरखपुर हादसा
पिछले दिनों गोरखपुर हादसे में बच्चों की मौत पर 125 करोड़ भारतीयों की संवेदनाएं सभी के साथ हैं, हम इससे उबरने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. ऐसे संकट के समय पूरी संवेदनशीलता के साथ हम कहना चाहते हैं कि कुछ भी करने में हम कमी नहीं करेंगे
3. न्यू इंडिया का नारा
न्यू इंडिया का संकल्प लेकर हमको आगे बढ़ना है. पांच साल के लिए ‘न्यू इंडिया’ का संकल्प लें, 2022 तक शक्तिशाली और समृद्ध ‘न्यू इंडिया’ बनाएंगे. राष्ट्रवाद और राष्ट्रभक्ति से किया गया काम अच्छा परिणाम देता है.
4. युवा शक्ति को आमंत्रण
21वीं सदी में जन्म लेने वाले युवाओं को आगे बढ़ने का निमंत्रण देता हूं. देश की तरक्की में भागीदार बनें, देश आपको निमंत्रण देता है. आज नौजवान नौकरी लेने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बना है. नए आईआईटी, एम्स, आईआईएम का निर्माण किया गया है.
5. कश्मीर
कश्मीर के अलगाववादी अस्थिरता फैलाने के लिए नए-नए पैंतरे रचते हैं. कश्मीर समस्या का हल गोली और गाली से नहीं बल्कि गले लगाने से संभव है. मुझे खुशी है कि सुरक्षाबलों के प्रयासों से भटके हुए नौजवान मुख्यधारा में आए.
6. किसानों का मुद्दा
हमारे किसान आज रिकॉर्ड फसल उत्पादन करके दे रहा है. फसल बीमा योजना से सवा करोड़ किसान जुड़े हैं. किसानों के लिए हमनें 21 योजनाएं लागू कीं. जल्दी ही बाकी योजनाएं लागू की जाएंगी. सरकार ने 16 लाख टन दाल खरीदने का ऐतिहासिक काम किया है. किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने का काम तेजी से किया जा रहा है. 2022 तक ऐसा हिंदुस्तान बनाएंगे जहां किसान चिंता में नहीं चैन से सोएगा.
गाली और गोली से नहीं, गले लगाने से सुलझेगी कश्मीर समस्या: प्रधानमंत्री
7. तीन तलाक
तीन तलाक से पीडि़त महिलाओं के साथ देश खड़ा हुआ है. हम इसके खिलाफ संघर्ष करने वाली महिलाओं को नमन करते हैं.
8. नोटबंदी
हमने सरकार बनाने के तत्काल बाद काला धन के मुद्दे पर एसआईटी का गठन किया. तीन साल के भीतर सवा लाख करोड़ से ज्यादा काला धन देश में आया है. नोटबंदी के बाद से छिपे हुए कालेधन को मुख्यधारा में आना पड़ा. नोटबंदी के बाद 3 लाख करोड़ से ज्यादा रुपया बैंकों में आया है. नए कालेधन पर बहुत बड़ी रुकावट आई है. एक लाख ऐसे लोगों ने इनकम टैक्स दिया जो इनकम टैक्स नहीं देते थे. नोटबंदी के बाद हमने पौने दो लाख कंपनियों को बंद किया.