बिहार में सत्तारूढ़ महागबंधन नाजुक मोड़ पर ,शिवानंद का नीतीश पर हमला
पटना, 26 जुलाई : बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन नाजुक मोड़ पर पहुंच गया है। बुधवार को यहां राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से मिलने के फौरन बाद पूर्व सांसद शिवांनद तिवारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला। कहा—भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस की नीति का नीतीश ढोंग कर रहे हैं। मैं उन्हें 40 साल से जानता हूं। वे भी दूध के धुले नहीं हैं। गड़ा मुर्दा निकला तो उन्हें जवाब नहीं सुझेगा। भ्रष्टाचार को लेकर लालू से अब परहेज और मुलायम, मायावती,औम प्रकाश चौटाला, ममता सरीखे नेताओं से दोस्ती का हाथ बढ़ाना नीतीश का ढोंग नहीं तो और क्या है?
राबड़ी देवी—लालू प्रसाद के 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास पर दोपहर 12 बजे से निर्धारित बैठक के पहले शिवानंद तिवारी ने बुलावे पर पहुंच कर लगभग एक घंटा लालू से बातचीत की। बाहर निकलने पर उन्होंने वहीं मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में नीतीश पर आक्रोशित स्वर में उनकी बखिया उधेड़नी शुरू की। उन्होंने कहा कि मैं नीतीश के चालढाल से उन पर काफी गुस्से में हूं। लगता है वे सीबीआई ने उन्हें आउटसोर्स कर दिया है । तेजस्वी का राजनीतिक कैरियर बर्बाद करने के लिए सीबीआई द्वारा दर्ज मामले में जदयू को वह सफाई क्यों देंगे? नीतीश कौन होते हैं सफाई मांगने वाले? सफाई देनी होगी तो तेजस्वी सीबीआई और अदालत को देंगे।
तिवारी ने कहा कि महागठबंधन को टूट से बचाने के लिए नेता होने के नाते नीतीश की ही सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। राजद और कांग्रेस की भी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि तीन दलों का गठबंधन नीतीश नहीं चला पा रहे ,वे नरेन्द्र मोदी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन कैसे चला पायेंगे?
उन्होंने कहा कि लालू के खिलाफ मामला दर्ज किये जाने से उनके समर्थकों में जबर्दस्त आक्रोश है। 27 अगस्त को पटना में लालू की रैली भीड़ से ऐतिहासिक होगी। लालू विरोधियों को सफाई से क्या मतलब है।
इधर जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अजय आलोक ने भी शिवानंद पर जबर्दस्त पलटवार किया। उन्होंने कहा कि शिवानंद न तीन में हैं न तेरह में। न वे राजद में हैं और न जदयू में । उनकी बातों को मीडिया वेवजह तरजीह दे रहा। राजनीति से संन्यास लेकर शिवानंद अनाप—शनाप बोल रहे हैं। दिमागी संतुलन खो चुके हैं। उनकी कोई राजनीतिक विश्वसनीयता नहीं है। राजद विधायकों की बैठक के पहले उन्हें घर से बाहर कर दिये जाने के बाद वे फालतू बातें कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री के आवास पर शाम 5.30 बजे जदयू विधायकों की बैठक में राजद के साथ संबंधों और डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव को मंत्रिमंडल से हटाने पर आम सहमति लेने के बाद नीतीश कुमार को अंतिम निर्णय और कार्रवाई के लिए अधिकृत किया जा सकता है।