Uttarakhand. देहरादून, 06 मार्च= आपदा के लिहाज से बेहद संवेदनशील उत्तराखंड के डाकघरों से मौसम की चिट्ठी भी मिलेगी। डाक विभाग ने इस सिलसिले में भारत मौसम विभाग के सम्मुख प्रस्ताव रखा है। हालांकि, बात अभी प्रारंभिक स्तर पर है, लेकिन दोनों ही महकमे इसे लेकर उत्साहित हैं।
मुहिम के परवान चढ़ने पर डाकघरों में एलईडी स्क्रीन पर मौसम का पूर्वानुमान डिस्पले होगा। यानी, लोग यह जान पाएंगे कि कब बारिश की संभावना है और कब पारा उछाल भरेगा। खेती, यात्रा आदि के लिए कौन सा वक्त मुफीद होगा। यही नहीं, डाक विभाग ने डाकघरों में ऑटोमैटिक वैदर सिस्टम लगाने का सुझाव भी मौसम विभाग को दिया है।
ज्ञातव्य है कि विषम भूगोल वाले उत्तराखंड में बैंकों से भी बड़ा नेटवर्क डाक विभाग का है। राज्य में जहां बैंकों की 2215 शाखाएं हैं, वहीं डाकघरों की संख्या 2718 है। इनमें भी ढाई हजार से अधिक ग्रामीण इलाकों में हैं। अब डाक विभाग ने अपने इस नेटवर्क का उपयोग लोगों को मौसम की जानकारी देने में भी करने की ठानी है।
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उत्तराखंड परिमंडल के मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल (सीपीएमजी) उदयकृष्ण के अनुसार मौसम विभाग से डाकघरों में ऑटोमैटिक वेदर सिस्टम लगाने के साथ ही मौसम पूर्वानुमान से जुड़ी हर जानकारी डाकघर के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का आग्रह किया है। इसके तहत प्रथम चरण में प्रधान डाकघरों में एलईडी स्क्रीन लगाने का प्रस्ताव है। इससे वहां आने वाले लोगों को मौसम की पूरी जानकारी मिल सकेगी। धीरे-धीरे इस मुहिम को शाखा डाकघरों तक ले जाया जाएगा। इस पहल के परवान चढऩे पर लोगों को फायदा होगा।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक सीपीएमजी की ओर से प्रस्ताव आया है। देखा जा रहा है कि किस प्रकार से मौसम से जुड़ी जानकारियां डाक विभाग के माध्यम से दी जा सकती हैं। इस संबंध में जल्द ही सीपीएमजी से वार्ता की जाएगी और फिर मसौदे को उच्चाधिकारियोंको भेजा जाएगा। उत्तराखंड में ग्रामीण इलाकों में डाकघरों की संख्या 2513 और ष्षहरी क्षेत्रों में 205 है।