दिल्ली आने के बाद जिस्मफरोसी के लिए विदेशों में बेचा जाता था लडकियों को.
Uttar Pradesh. लखनऊ, 13 फरवरी = जिस्मफरोसी के लिए झारखंड से पांच किशोरियों को दिल्ली ले जा रहे गिरोह के दो सदस्यों को रविवार देर रात जीआरपी ने पकड़ा है। पकड़ी गई किशोरियां ने बताया कि परिवार की माली हालत को सुधारने के लिए नौकरी की तलाश में दिल्ली जा रही थीं। तो वहीं पकड़े गये युवकों ने उन्हें जिस्मफरोसी के लिए बाजार में बेचने की बात स्वीकारी है। बताया जा रहा है कि इन किशोरियों के दिल्ली आने के बाद विदेशों में बेचा जाता है। इसके पीछे किस गिरोह का हाथ है, इस पर जीआरपी जल्द ही पर्दा उठायेगी।
जीआरपी प्रभारी सुशील कुमार सिंह का कहना है कि चेकिंग के दौरान सिपाहियों ने प्लेटफॉर्म के चार और पांच पर दो युवकों के साथ पांच किशोरियों को पकड़ा। पकड़े गऐ युवक उदय और अमरजीत को किशोरियों के साथ दबोच कर पूछताछ के लिए थाने लाई। प्रभारी ने बताया कि पकड़े गये अभियुक्त अन्तराष्ट्रीय जिस्मफरोसी का काम करते हैं। यह लोग झारखंड, बिहार, अन्य राज्यों से उन लड़कियों को नौकरी का झांसा देते हैं, जिनका परिवार बहुत ही गरीब है। दिल्ली, मुम्बई में बड़ी-बड़ी नौकरी का सपना दिखाकर युवक उन्हें जिस्मफरोसी के व्यापार में धकेल देते हैं।
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पकड़े गये युवको ने कबूला है कि करीब पांच वर्षों से वह यह काम कर रहे हैं और सकड़ों लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली में बेचा जा रहा है। पकड़ा गया उदय दिल्ली में रहता है, जबकि अमरजीत बिहार में रहकर ऐसी लड़कियों को तलाशता है और पता चलने पर उदय को जानकारी देता है। लड़को के ठाठ-बाट को देखकर परिवार फंस जाते है और लड़कियों के उनके सुपुर्द कर देते है। जिसके बाद वह लड़किया दिल्ली से देश विदेश तक सप्लाई की जाती है। इस काम के लिए उन्हें पर्याप्त रुपय भी मिलते है। जीआरपी प्रभारी ने कहा कि इस गिरोह में कौन-कौन शामिल है, इसके लिए पकड़े गये अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है जल्द ही बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया जायेगा।