नई दिल्ली, 25 जनवरी= गणतंत्र दिवस के लिए खास मेहमान के तौर पर भारत आए अबुधाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। भारत और यूएई के बीच रणनीतिक, सामरिक और व्यापारिक मामलों से जुड़े 13 समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यूएई को देश के लिए महत्वपूर्ण बताया और मंदिर के लिए जमीन आवंटन किए जाने पर युवराज का शुक्रिया भी अदा किया।
प्रधानमंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात के साथ पुरानी मुलाकातों के क्षण याद करते हुए बताया, ‘यूएई हमारे महत्वपूर्ण साझेदारों व करीबी मित्र में से एक है। अगस्त 2015 और पिछले साल फरवरी में हुए हमारी मुलाकात काफी अच्छी रही है। हमने विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की थी।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यूएई को करीबी मित्र के साथ भारत के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि, हमें ऐसा लगता है कि हिंसा व आतंकवाद के खात्मे के लिए हमारी बढ़ती साझेदारी देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। अबुधाबी में मंदिर के लिए जगह देने पर प्रधानमंत्री ने अबुधाबी के युवराज को धन्यवाद कहा। मोदी ने आगे कहा कि हमारे नजदीकी साझेदारी न केवल दोनों देशों बल्कि पड़ोसियों के लिए भी महत्वपूर्ण है। भारत की वृद्धि में यूएई महत्वपूर्ण सहयोगी है और हम उनकी ओर से भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश का स्वागत करते हैं। इससे पहले राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति ने उनका स्वागत किया ।
प्रिंस ने राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। राजघाट पर उन्होंने विजिटर बुक पर हस्ताक्षर किए और उन्हें मोमेंटो भी दिया गया। प्रिंस शेख मंगलवार को भारत पहुंचे हैं और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड और राष्ट्रपति द्वारा आयोजित एट होम रिसेप्शन में शामिल होने के बाद भारत से रवाना होंगे।