90 रुपये हुआ पेट्रोल, PM मोदी को भी निकला पसीना, कम नहीं हो रही कीमत
दिल्ली. पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में जहां एक उच्च स्तरीय मीटिंग जारी है वहीं पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. शनिवार को पेट्रोल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी रिकार्ड की गई. कीमतों में भारी बढ़ोतरी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पसीना छूट गया है.
देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल की कीमत 35 पैसे प्रति लीटर बढ़कर 81.63 रुपये प्रति लीटर पर जा पहुंची, जबकि डीजल के दाम में भी 24 पैसे प्रति लीटर का इज़ाफा हुआ. इसके साथ ही दिल्ली में अब डीज़ल 73.54 रुपये प्रति लीटर हो गई है. भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई की बात करें तो यहां पेट्रोल की कीमत में 34 पैसे और डीजल की कीमतों में 25 पैसे की बढ़ोतरी हुई. मुंबई में पेट्रोल की नई कीमत 89.01 रुपये प्रति लीटर और डीजल 78.07 रुपये प्रति लीटर हो गई है. पेट्रोल और डीज़ल के दाम लगातार बढ़ने का सबसे बड़ा कारण रुपये की कीमत का लगातार गिरना और पूरी दुनिया में कच्चे तेल की बढ़ रही कीमतें हैं. चूंकि भारत अपने कुल तेल का 80 फीसदी आयात करता है और वो दुनिया भर में तेल का सबसे ज्यादा आयात करने वाले देशों में तीसरे नंबर पर है. तो जैसे-जैसे रुपये के दाम गिरते जा रहे हैं, आयात मंहगा होता जा रहा है. ऐसे में पेट्रोल-डीजल के रीटेल दाम (जिसपर आप इन्हें खरीदते हैं) भी कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के हिसाब से बढ़ते जा रहे हैं.
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2 रुपये कीमत घटाने पर 30,000 करोड़ का नुकसान
पेट्रोलियम मंत्रालय का कहना है कि पेट्रोल और डीजल के दाम में 2 रुपये लीटर की कमी करने के लिए 30,000 करोड़ रुपये का राजस्व छोड़ना पड़ेगा. सरकार इस समय राजकोषीय घाटे को बढ़ने की कोई छूट देने का जोखिम नहीं ले सकती. ऐसे में फिलहाल सरकार इस संबंध में कोई बड़ा कदम लेने के मूड में दिखाई नहीं दे रही है.