75 चीनी मिलों में गन्ना पेराई शुरू, अब तक 5.22 लाख टन चीनी का उत्पादन
लखनऊ, 15 नवम्बर (हि.स.)। प्रदेश में पेराई सत्र 2017-18 में संचालन के लिए प्रस्तावित कुल 119 चीनी मिलों में से अब तक 75 चीनी मिलों का पेराई सत्र प्रारम्भ करा दिया गया है, जबकि पिछले पेराई सत्र 2016-17 में अब तक प्रदेश की मात्र 37 चीनी मिलें ही संचालित हो पायी थी। प्रदेश में अब तक चीनी मिलों द्वारा 54.98 लाख टन गन्ने की पेराई करते हुए 5.22 लाख टन चीनी का उत्पादन भी किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त संचालित चीनी मिलों में गत वर्ष के औसत चीनी परता 8.53 के सापेक्ष वर्तमान सत्र में आ रहे चीनी परता 9.50 के फलस्वरूप प्रदेश में अधिक चीनी उत्पादन होने की पूर्ण सम्भावना है।
गन्ना एवं ची्त संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि चीनी मिलों के समय से संचालन के कारण गन्ना किसानां को उन्हें औने-पौने दामों पर कोल्हू क्रेशरों पर अपना गन्ना नहीं डालना पड़ेगा और चीनी मिलों को आपूर्ति किये गये गन्ने का सरकार द्वारा निर्धारित वाजिब गन्ना मूल्य प्राप्त हो सकेगा, जो गन्ना किसानों की आमदनी दोगुना करने में सहायक सिद्ध होगी।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त इस वर्ष चीनी मिलां ने 14 दिनां के अन्दर गन्ना मूल्य भुगतान भी प्रारम्भ कर दिया है तथा अब तक 547.84 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य का भुगतान भी किसानों को किया जा चुका है, जबकि पिछले पेराई सत्र में इस अवधि तक गन्ना किसानों को कोई भी भुगतान नहीं किया गया था।
गन्ना किसानों की गन्ना उपज चीनी मिलों को सुचारू रूप से आपूर्ति कराने के मद्देनजर किसानों को पक्का कलेण्डर वितरित किये जाने, सभी आवंटित क्रय केन्द्रों की स्थापना सुनिश्चित कर नियमित संचालन कराने, किसानों को उनके सट्टे के अनुसार निर्धारित पर्चियां समय से उपलब्ध कराने तथा घटतौली इत्यादि अनियमितताओं के प्रभावी रोकथाम के लिए परिक्षेत्रीय एवं जनपदीय अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। इस कड़ी में मुख्यालय के 12 वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली व लखनऊ परिक्षेत्र के 23 जनपदों में गन्ना क्रय केन्द्र, मिल गेट का भी औचक निरीक्षण किया गया है।