65 दिन से मुलुक आने को तरस रही है युवक की लाश ! सरकार के पास लाश लाने के लिए नहीं है समय ,मौत के बाद से मृतक के घर नहीं जला है चूल्हा.
बाड़मेर : बाड़मेर जिले के काश्मीर गांव के राजुदास नामक एक युवक की लाश पिछले करीब 65 दिन से सउदी अरब से मुलुक आने के लिए तरस रही है .उसकी मौत की सुचना मिलने के बाद से उसके परिवार वालो का रो रो कर हाल बेहाल हो गया है, लेकिन सरकार के पास इस परिवार का सुध लेने के लिए समय नहीं है .
राजदास सउदी में करता था बकरी चराने का काम
बताया जा रहा कि राजदास नाम यह युवक 6 माह पूर्व कमाई करने के लिए अपने रिश्तेदार के साथ सउदी अरब गया था। और वह वहां बकरियां चराने की मजदूरी कर रहा था जिसके बदले उसे हर माह 18-20हजार रुपए मजदूरी मिल रही थी। लेकिन 19 फरवरी को उसकी वहां पर मौत हो गई राजदास के शव के लिए परिजन बीते 65 दिनों से इधर-उधर प्रशासन और नेताओं के पास चक्कर काट रहे हैं लेकिन राहत कहीं से मिलती नजर नहीं आ रही है।
विधायक का आश्वासन , विदेशमंत्री से हो चुकी हैं बात
वही पिछले 65 दिनों से मृतक युवक के घर चूल्हा नहीं जला है. घरवाले नेताओं की चौखट पर जाते है ,हाथ जोड़ते है लेकिन बस उन्हें आश्वासन के सिवाय कुछ भी नहीं मिलता है। पिछले दिनों वह शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह से मिले जिसके बाद बिधायक जी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि विदेशमंत्री से बात हो चुकी है और जल्द ही युवक का शव भारत आ जाएगा लेकिन विधायक जी के आश्वासन को भी करीब बीस दिन गुजर गए हैं , लेकिन अभी तक कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही। घर का चूल्हा बीते 65 दिन से खामोश है, घर के हर सदस्य की आंखों में आंसू सुर्ख लाल रंग में तैर रहे है। घर का हर सदस्य घर आने वाले हर राहगीर की तरफ उम्मीद से देखता है लेकिन उम्मीदें पर बार बार पानी फिर जा रहा है ।
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अब यह सवाल उठने लगे है कि क्या इस युवक का शव लाने के लिए भारत सरकार के पास समय नहीं है या हमारी विदेशनीति कमजोर हो गई है।या हमारे देश के नेता संवेदनशील हो गए है .साथ ही यह भी सवाल उठ रहे है की राजू का शव क्या अब अपने मुलुक आएगा ? और उसके परिवार के लोग उसका अंतिम दर्शन कर पाएंगे ? इसका जबाब किसी के पास नहीं है .