जय सिंह / केशव भूमि नेटवर्क
लगभग 100 वर्ष पहले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने सार्वजनिक गणेशोउत्सव की सुरुवात की थी, इसके पीछे उनकी मंशा मात्र इतनी थी की आपस में लोगो का भाईचारा बना रहे। लोगो को एक ऐसा मंच मिले जिसमे लोग आपस में घुल-मिल सके . कभी अति सादगी से मनाया जानेवाला यह उत्सव आज महाराष्ट्र राज्य की पहचान बन गई हैं . देखते ही देखते यह उत्सव सार्वजनिक और निजी रूप में बड़े धूमधाम से मनाया जाता हैं , क्या गरीब क्या अमिर जिसकी जितनी हैसियत वह उस हिसाब से मनाता हैं . यहाँ तक की कई गैंगस्टरो ने भी बढ़चढ़ गणेशोउत्सव में हिस्सा लिया और कइयो ने तो गणेश पंडाल की स्थापना भी की . इस उत्सव की आड़ में गैंगस्टर अपने आपको लोगो के बीच मसीहा बताने लगे। लेकिन कारोबार उनका वही रहा । इस उत्सव के जरिये इनके लाखो करोडो की कमाई होने लगी . आइये जानते है मुबई के कई ऐसे सार्वजिनक गणेशोउत्सव से जुड़े माफिया की कहानी –
छोटा राजन की बड़ी गणपति
मुंबई में गणपति बाप्पा के आगमन की पूरी तयारी हो गयी हैं, और गणपति बाप्पा के पंडाल भी पूरी तरह से सज गए हैं, ऐसे में भला पंडाल सजने की बात आये और डॉन छोटा राजन के पंडाल की बात न हो ऐसा नहीं हो सकता . मुबई का सबसे विवादित और चर्चित गणेशोउत्सव ‘सहयाद्रि क्रीडा मंडल ‘ जो की चेम्बूर तिलक नगर में है। वह अपने आपको हिन्दू डॉन मानने वाला माफिया सरगना छोटा राजन उर्फ़ राजेन्द्र निखालजे जो वर्तमान समय में तिहाड़ जेल में बंद है के नाम से ही जाना जाता है। कई बार मुबई पुलिस ने इस गणेशोउत्सव पंडाल के लोगो को बुलाकर प्रताड़ित कर कई बार यह जानना चाहा लेकिन मंडल के किसी भी पदाधिकारी ने यह बात कभी कबूल नहीं किया कि इस गणपति मंडल से डॉन छोटा राजन का कोई रिस्ता है . लेकिन इस बात से कोई इनकर नहीं करता की इस सहयाद्रि गणेश मंडल से राजन का कोई रिस्ता नहीं है। चर्चा तो यह भी होती थी की राजन इस गणेशोउत्सव मंडल में हमेशा भेस बदल कर आता था और दर्शन करके जाता था। पिछले वर्ष चेम्बूर के सह्याद्री क्रीडा मंडल ने गणपति पंडाल में बॉलीवुड के 100 साल पुरे होने पर बॉलीवुड की प्रतिकृति उभारी थी। सह्याद्री मंडल ने अपने पंडाल में कई बड़े फ़िल्मी सितारों की मुर्तिया बनायी थी और पंडाल के चारो ओर बॉलीवुड के छोटे और बड़े फिल्मी सितारों के फोटो लगाए थे.
चेम्बूर के तिलक नगर में सह्याद्री क्रीडा मंडल पिछले 3८ साल से गनेशोत्साव मनाते आ रहा हैं जिसकी स्थापना अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन ने की थी . हर वर्ष यह मंडल काफी आकर्षण का केंद्र बना रहता है। जिसके सेट को बनाने के लिए करोडो रुपये खर्च किये जाते है ।
हर साल यहाँ पर अलग – अलग प्रकार की देश विदेश की चर्चित चीजो की प्रतिकृति उभारी जाती हे ,जिसमे अक्षर धाम मंदिर , पुणे का शनिवारवाडा , राजस्थान के मंदिर , विश्व का प्रशिद्ध डिज्नी लेंड और पिछले साल बच्चो के लिए थीम पार्क बनाया गया था । लोग अपनी मन्नते पूरी करने तो आते ही हैं , फ़िल्मी सितारे भी अपनी मन्नते मांगते हैं, और यहाँ आकर आरती भी करते हे ।जिसके चलते यहा भक्तो की काफी लम्बी कतार लगती है। इस वर्ष इस गणेश पंडाल को सजाने की जिम्मेदारी मिली है आर्ट निर्देशक प्रसन्न जीत चंद्रा को। पिछले २ महीने से इस पंडाल में चाइनीस गाव बनाने का काम चल रहा है। यह बच्चो को आकर्षित करने हेतु बनाया जा रहा है। इस पंडाल की लंबाई और चौड़ाई भले ही पहले की तरह हो लेकिन अब इसका कद कुछ छोटा लगने लगा है। जब तक डॉन छोटा राजन सलाखों में नहीं था तब तक इस गणपति पंडाल के बाहर विसर्जन तक ४० से ५० पुलिस वालो का जमवाड़ा लगा रहता था। इस बार आस पास कोई पुलिस वाला नहीं हैं। ८० से ९० मजदूर है जो २ महीन से इस पंडाल में काम करने में जुटे हुए है।